पटना : नाबालिक बालक के पिता ने थाना में उपस्थित होकर दिनांक 20 नवबंर 2024 की रात्रि रिपोर्ट दर्ज कराया किए उसका नाबालिक बालक उम्र 12 वर्ष सायकल से ब्रेड बेचने के लिए अपने दोस्तो के साथ गया हुआ थाए जो वापस नहीं आया। सभी रिश्तेदारों में पता कियाए जिसका कहीं भी पता नहीं चल रहा है। जिसकी रिपोर्ट पटना थाना में अपराध क्रमांक 329/24 धारा 137 (2) बीएनएस कायम किया जाकर अपहृत बालक की खोजबीन प्रारंभ की गई। इसी दौरान दिनांक 22 नवंबर 2024 को अपहृत बालक के परिजन द्वारा सूचना दिया गया किए अपहृत बालक की सायकिल को गांव का महेश प्रजापति बेचने का प्रयास कर रहा है, जिसकी सूचना पर अविलंब सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कोरिया श्री सूरज सिंह परिहार द्वारा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी के नेतृत्व में टीम का गठन कर तत्काल उक्त बालक की खोजबीन करने हेतु निर्देशित किया गया था। कोरिया पुलिस की अलग-अलग टीमें लगातार विभिन्न स्थानों पर नाबालिक बालक की बारिकी से खोजबीन कर रही थी। सायबर टीम का सहयोग भी लगातार लिया जा रहा था।
इसी बीच गांव के ही घुटरी पहाड़ी के पास बालक का ब्रेड बेचने वाला झोला मिलने की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। इस पर पुलिस डॉग स्क्वायड व साइबर सेल की मदद से खोजबीन की तो बालक की लाश घुटरी पहाड़ी में मिली। उसका गला रेता हुआ था। गांव के ही अन्य बच्चों ने बताया किए नाबालिग डोकेश्वर सिंह (जिसने आत्महत्या की है) मृतक के साथ 20 नवंबर को देखा गया थाए जबकि वह उसके साथ नहीं रहता था। एवं घटना स्थल पर आरोपी की उपस्थिति के साक्ष्य से हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया।
इस मामले में पटना पुलिस ने 22 नवंबर को संदिग्ध डोकेश्वर सहित 2 बच्चों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था। दोनों को रात करीब 9 बजे छोड़ा था। लेकिन संदिग्ध डोकेश्वर ने थाना से लौटने के बाद अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बारीकी से मामले की जांच की तो पटना थाना क्षेत्र के ग्राम बरदिया निवासी महेश कुमार प्रजापति का नाम सामने आया। वह फिलहाल अपने दादा-दादी के घर चंपाझर में रह रहा था। पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अमन सिंह की हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पूछताछ में आरोपी महेश कुमार प्रजाति ने बताया कि, वह पिछले दो सप्ताह से अपने दादा-दादी के यहां ही आकर रह रहा थाए रोज चम्पाझर से मुरमा रोड अपने मित्र अनुराग एवं अन्य के साथ भोर में टहलने जाया करता था, जहाँ उसकी मुलाकात अनुराग की महिला मित्र की सहेली से हुई। फिर दोनो मिलने लगे थे और एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे। सुबह-सुबह घुमने जाने के दौरान ही चम्पाझर गांव के ब्रेड बेचने वाले बच्चो को मुरमा की तरफ जाते देखता थाए 2-3 दिन बाद वह अपनी महिला मित्र से बात करते हुए उसे सुबह-सुबह 12 नंबर पुलिया पर बुलाया था एवं गले लगा रहा था तभी ब्रेड बेचने के लिए जा रहे नाबालिक बालक (जिसकी हत्या हुई है) उसे देख लियाए पर उस दौरान उसने कुछ नहीं। करीब 02 दिन तक वह बोला कि तेरे घर में बता दूंगा। जिससे वह काफी डर गया और अपने दादा के घर के पडोसी नाबालिक बालक (जिसने आत्महत्या कर ली है।) को बताया और उसे कहा कि हम लोग उसे जंगल ले जाकर समझायेंगे जिस पर वह मान गया।
दिनांक 20/11/2024 को सुबह करीब 05 बजे आरोपी के कहने पर नाबालिक बालक (जिसने आत्महत्या कर ली है।) ने उसे डराने के लिए अपने घर से चाकू भी ले लिया और दोनो चम्पाझर गांव के बाहर लालीबांध के पास माईकल के निर्माणाधीन मकान में करीब 10-15 मिनट तक उसका इंतार किये, जैसे ही वह बाकि बच्चों के साथ अपने सायकल पर माईकल के घर के पास पहुँचाए नाबालिक बालक (जिसने आत्महत्या कर ली है।) वह भी साथ चलूंगा बोलकर उसके सायकिल में बैठ गया। सभी मुरमा रोड की तरफ चले गये। करीब एक घण्टे बाद जब दोनो नाबालिक बालक (जिसकी हत्या हुई और जिसने फासी लगा लिया) आने लगे तब आरोपी उनसे 12 नम्बर पुलिस के पास मिला और दोनो अपहृत बालक से बात करते हुए उसे पहाड़ी की तरफ ले गये एवं सायकिल को पहाड़ी के नीचे ही खड़ा करने को कहा। पहाड़ी पर जब आरोपी ने उसे कहा कि क्यू तू मेरे घर में बतायेगा, जिस पर वह हसने लगा और बोला मैं तो बताउंगा। फिर पहले उन लोग उसे डराये कि तू बतायेगा तो तुझे मार देंगे फिर भी वह नहीं मान रहा था। बार.बार बोल रहा था मैं तो तेरे घर में बताउंगा, जिस पर उन दोनो को गुस्सा आ गया और आरोपी महेश प्रजापति वहीं पर रखे भारी पत्थर से उसके सिर पर मार दिया जिससे उसके सिर से खून निकलने लगा और वह वही पर गिर गया। इसके बाद गुस्से में आरोपी अपने पेंट के पीछे छिपाये हुए चाकू को निकालकर उसके बाए तरफ गर्दन में वार किया जिससे वह वहीं पर मर गया। चाकू से अरोपी उसकी गर्दन काट रहा था पर चाकू छोटा होने से गर्दन पूरी तरह से नहीं कटा। यह सब देखकर नाबालिक बालक (जिसने आत्महत्या कर ली) वह वहाँ से भाग गया। अरोपी का मोबाईल वही गडढे में गिरने से उसका स्क्रीन टूट गया जिसे वह वही पर निकाला और अकेला हो गया था। मृतक के जैकेट और इनर को वहीं गडढे में फेककर उसको वही उसी गडढे में धकेलकर चाकू वहीं फेका और पहाड़ी के नीचे आ गया। वापस आते समय आरोपी ने सायकिल को वहीं झाडी में छुपा दिया और नाबालिक बालक (जिसने आत्महत्या की है) को उसका झोला वहीं फेकने के लिये बोलकर वहां से अपने घर आ गया। अगले दिन उसकी सायकिल को झाडियों से निकालकर माईकल के खण्डहर घर में छिपा दिया।
उक्त आरोपी महेश प्रजापति से परिस्थितिजन्य साक्ष्य मिलने व उसके अन्य मित्रों के कथन के आधार पर घटना के संबंध में बारिकी से पूछताछ किया गया। जिस पर उसने बताया कि उसका महिला मित्र के साथ गले मिलते हुए मृतक ने देख लिया थाए और बार-बार उसके घर में बताने के लिए बोल रहा था जिसके डर से उसने मृतक बालक को समझाने का प्रयास किया पर वह नहीं मान रहा था। इसलिए उसकी हत्या कर दी है। आरोपी के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही कर उसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा जा रहा है।