लोगबाग समय के हिसाब से चापलूसी में लगे हुए है यहां तक कि, लोगों में चर्चा है कि, महोदय के चरण स्पर्श करने से सब कष्ट व दुख-दर्द दूर हो जाते है। लोगबाग आज से नहीं लगभग 10-15 वर्षो से देख रहे है कि, जो लोग पूर्व में चापलूस करते हुए अपने मजहर को एक किनारे करके चरण स्पर्श करते थे आज उनको देखा जाये तो लगभग चार-चार मकान व लाखों-करोड़ो के व्यापार बनाये हुए है यह सभी आशीर्वाद निर्मल बाबा का है। आज भी उनके भक्तगण लगभग 30-40 लाख के गाड़ियों में चल रहे है। क्योंकि महोदय के आशीर्वाद से लोगबाग फलफूल रहे है।
निर्मल बाबा का आशीर्वाद दिल से मिले तो वह करोड़ो के छोड़िए अरबो में खेलना चालू हो जाते है, क्योंकि इनके पास सुबह से लेकर शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रहती है। भक्त सब स्वार्थी है। जिनको अपना काम निकालना हो वह लोग दूसरों की आलोचना करके अपना काम निकाल लेते है ऐसे लोगों को मतलबी कहा जाता है। पर बताया जा रहा है कि, जो भी भक्तगण है वह सब अन्याय का काम करते है उनके भाषा में बोला जाये तो ‘‘अपना काम बनता और भाड़ में जाये जनता’’। सोचने में मजबूर है कि, ये बड़ा रहस्यमय भक्तगण है जो कि इनके द्वारा बोला जाता है – जितना भी हेरा-फेरी कराना है करा लो, आगे का पता नहीं बाबा का आशीर्वाद मिलेगा या नहीं ?