जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में ऐसे-ऐसे सोसायटी प्रबंधक है। जैसे- गुड़ में मक्खी। इसी तरफ प्रबंधक भी मौका देखते रहते है कि, अभी सत्ता किसकी है जिसकी सत्ता रहती है उसी के साथ लुढ़क जाते है। क्योंकि उनको जनप्रतिनिधियों से अपना स्वास्र्थ सिद्ध करना रहता है। जैसे- पूर्व में पूर्व विधायक की सोसायटी प्रबंधक प्रशंसा करती थी आज वही लोग वर्तमान में जनप्रतिनिधि के साथ सटे हुए है।
वही चर्चा का विषय है कि, कोरिया जिले में ऐसा सोसायटी प्रबंधक कौन है जो कि तीन सोसायटियों का वृत्तीय प्रभार को संभाले हुए है? लोगों के द्वारा बताया जाता है कि, इनके द्वारा फर्जी ढंग से बिल लगा-लगाकर लाखों रूपए निकाला जा रहा है। यहां तक कि, सहायक पंजीयक जो कि रिटायर्ड होने वाले है उनका भी समय सीमा लगभग 8 दिन बचा हुआ है उन्होंने सोसायटी प्रबंधकों को ऐसे घोटाले आॅपरेटरों को गले से लगाकर रखे हुए है जिसका सांवारावा, गिरजापुर से लेकर जामपारा तक दबाव बना हुआ है। लोगबाग जानना चाहते है कि, सहायक पंजीयक ऐसे लोगों पर क्यों मेहेरबान है ? जो कि अभी वर्तमान में भी सोसायटियों में आॅपरेटर है जिसका काम हेरा-फेरी करने के आलावा और कोई काम नहीं है।
लोगों में चर्चाऐं है कि, आज-कल के समय में हेरा-फेरी व चोरों का सम्मान होता है। एक कहावत भी है ‘‘निन्यान्वे बेईमान तो एक ईमानदार परेषान’’। अर्थात निन्यान्वे बेईमान के साथ आपको सैकड़ो बदमाश मिल जायेगें परंतु एक ईमानदार के साथ दूसरा साथ नहीं देता है। यही सत्यता का प्रतिक है।