जिला बैकुण्ठपुर मुख्यालय में बाईसागर तालाब को लेकर श्रीमती कलेक्टर महोदया द्वारा जांच टीम बनाई गयी है, जिसमें जांच अभी भी जारी है। जानकार सूत्र बताते है कि, जांच टीम तालाब के जांच को प्रभावित कर रहे है। लोगों का कहना है कि, जांचकर्ता हमेशा से पैसा लेकर तालाब के संबंध में जांच को प्रभावित करते रहे है। अब देखना यह है कि, बैकुण्ठपुर की जनता को इस जांच टीम पर भरोसा है या नहीं ?
बता दें कि, आज भी बाईसागर तालाब में निर्माण कार्य जारी है। यह किसके अनुमति पर चल रहा है ? क्या नगर पालिका बैकुण्ठपुर से अनुमति लिया गया है ? जो कि चार-पांच मंजिल मकान तालाब के ऊपर निर्माण कराया गया है। वही बैकुण्ठपुर जनता का सवाल है कि, क्या पैसे के बल पर सभी काम ऐसे ही चलते रहेगें ? साथ ही बैकुण्ठपुर की जनता पुछ रही है कि, तालाब पूर्व की स्थिति में हो पायेगा या नहीं ?
अब वक्त का इंतजार है कि, जांचकर्ता बाईसागर तालाब के कागजात को कितना विलुप्त कर सकते है और कितना नहीं। लोगों का कहना है कि, निस्तार की भूमि बाईसागर तालाब जो कि रिकाॅर्ड में दर्शाया गया है। उस तालाब को विलुप्त कैसे किया गया ? जो साक्ष्य आवेदक के द्वारा दिया गया है तो आवेदक से जानकारी क्यों नहीं मांगी नहीं जा रही ? जबकि जानकारी मांगने पर और भी साक्ष्य मिल सकता है।