जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में आये दिन कार्यक्रम अधिकारी का साल में लगभग 6 बार स्थानांतरण किया जा चुका है। जानकार सूत्र बताते है कि, उच्च अधिकारी को जो कोई भी जितना पैसा देता है उसी के हिसाब से स्थानांतरण होता है। लोगों का कहना है कि, बार-बार स्थानांतरण करने से पैसे मिलते है, इसलिए उच्च अधिकारी महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी का स्थानांतरण करते रहते है।
मिली जानकारी के अनुसार, महिला बाल विकास में पद के लिए जिस महिला को नियुक्ति करना होता है उस महिला से भी कार्यक्रम अधिकारी पैसे पर नियुक्ति करते है। जानकार सूत्र बताते है कि, आंगनबाड़ियों में भी देखा जा रहा है कि, जो बच्चों के लिए दलिया आता है उसे आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता दुकानों व मार्केटों में लगभग 21 रू. किलो पर बेच दिया जा रहा है। सोचने वाली बात है कि, दलिया को बच्चे नही जानवर खा रहे है।
लोगों में चर्चा है कि, कार्यक्रम अधिकारी लगभग 1-2 लाख रूपए वसूल लेते है। बताया जा रहा है कि, जिसमें परियोजना अधिकारी भी पैसे के लेन-देन में सम्मिलित है। जानकार सूत्र बताते है कि, जो राज्य शासन द्वारा सामूहिक शादी के प्रोग्राम के लिए पैसे आते है उन्हें भी निकाल लिया जाता है। कारण ये है कि, उनको भी पैसा उच्च अधिकारियों तक देना पड़ता है इसलिए पैसा निकालना लाजमी हो चुका है। यहां तक कि, महिला बाल विकास के बाबू तक पैसे निकालने में नहीं चुकते है। क्या शासन इस पर ध्यान देंगे ? आगे क्रमश:………