बैकुण्ठपुर नगर पालिका के अन्तर्गत व्यापारियों ने रोड़ पर अतिक्रमण मचाया हुआ है। हाल ही में जिला कलेक्टर महोदया जी ने आदेशित किया था कि, जितने भी व्यापारी रोड में अतिक्रमण किये हुए है उन पर कार्यवाही की जाये। परंतु कलेक्टर महोदया जी के आदेश को नगर पालिका ने नजर अंदाज कर दिया।
देखा जा रहा है कि, व्यापारी अपना दूकान रोड के किनारे लगाये हुए है जिसके चलते ग्राहकों के कार व मोटरसाईकल खड़े हो जाते है जिसके बाद चैक-चैराहों पर चक्का जाम हो जाता है। बैकुण्ठपुर में जगह-जगह व्यापारी अपना दूकान लगाये हुए है जैसे- बस स्टैण्ड पर चाय-नास्ता, बिरियानी सेंटर, पान ठेला, मीट-मटन इत्यादि। जिससे वाहनों को आवागमन होने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि, पूर्व में जो लोग समाचार पत्र पर होक्री का काम करते थे वो भी अपने समाचार पत्र का बैनर लगाकर दूकान सजाये हुए है।
इसी प्रकार कृषि विभाग के सामने फूलमाला, फलवालों व मोबाईल दूकानों के द्वारा कृषि विभाग के मेन गेट तक को बंद कर दिया गया है। देखा जा रहा है कि, कुमार चैक पर दो फलांग तक अपनी दूकान छोड़ रोड तक को भी कब्जा कर लिया गया है। क्या नगर पालिका कोई अप्रिय दुर्घटना का इंतजार कर रहा है। जो कि जिला कलेक्टर के आदेश को तार-तार कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नगरपालिका द्वारा जो नाली बनाया गया है उस नाली को दूकान मालिकों द्वारा भाट दिया गया है। जिससे जगह-जगह से गंदा पानी निकल रहा है इससे भंयकर बीमारी फैलने की आशंका है। बताया जा रहा है कि, नगर पालिका के कुछ ऐसे भी कर्मचारी है जिनको सिर्फ महीने में पैसा उठाने का कार्य दिया गया है चाहे नगर पालिका का काम हो रहा हो या न हो रहा हो। आप कहीं भी दिखिऐ नगर पालिका परिषद में आंतक मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि, नगर पालिका के कर्मचारी धौस देकर सभी से फ्री में समान ले जाते है। नहीं मालूम पड़ता की कर्मचारी है या गुंडा ? क्या नगर पालिका प्रशासन इस पर अंकुश लगा पायेगा ?