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एमसीबी : अब्दुल कलाम ने कहा है शिक्षा एक नौकरी नहीं बहुत महान पेशा है…विधायक, शिक्षक खुद जलकर दूसरों के जीवन में रोशनी भरने का काम करते हैं…………….

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एमसीबी : शिक्षक दिवस के अवसर पर आज मनेंद्रगढ़ के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में विधायक विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 01 भरतपुर-सोनहत श्रीमती रेणुका सिंह के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।


सर्व प्रथम मुख्य अतिथि ने माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण तथा दीपप्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के छात्रों ने स्वागत गीत गाकर सभी अतिथियों का स्वागत किया। शिक्षक दिवस पर श्रीमती रेणुका सिंह ने बताया कि शिक्षक दिवस के अवसर पर मैं सबसे ज्यादा खुश होती हूं। क्योंकि यही से व्यक्ति के निर्माण, समाज सुधार और देश की विकास की शुरूवात होती है। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वे पहली बार विधायक बनी तब क्षेत्रों में दौरा करने जाती थी। तब सबसे ज्यादा सुदूर अंचलों में जाती थी। तब उनकों क्षेत्रों में डॉक्टर की कमी महसूस होती थी। उसी समय शिक्षक दिवस के अवसर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। उसी समय बच्चों में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए रामानुजनगर के पतरापाली गांव के विद्यार्थी नवनीत दुबे 87 प्रतिशत लेकर प्रथम आया। उस दौरान मैंने शिक्षकों के समक्ष मोटर सायकल दिया और उससे कहा कि आप इंजिनीयर, आईए एस, आईपीएस मत बनना बल्कि एक
 डॉक्टर  बनना और सच में वह दो-तीन साल कोचिंग के बाद उसका चयन पीएमटी के लिए हो गया। आज वह एक  डॉक्टर  है। आज उसकी पोस्टिंग अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मैंने नवगठित जिला एमसीबी में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए, बच्चों का अधिक मेहनत करने के लिए परीक्षा से 2 माह पूर्व 10 वीं एवं 12 वीं में प्रथम आने वाले बच्चियों का स्कूटी दिया जायेगा। आप सब भी चाहते है जिनको आप पढ़ाते हैं वे आगे जाये, उनके सपने पूरे हो। बच्चों न केवल किताबी ज्ञान देते के बजाय उन्हें हर प्रकार के ज्ञान प्रदान करें। जिससे वे भारत के एक जिम्मेदार नागरिक बन सके। हमारे देश पूर्व राष्ट्रपति जिनको मिसाइल मैन के नाम से जाना जाता है। जहा उनका जन्म हुआ वो एक छोटे से गांव से निकलकर देश दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। अब्दुल कलाम ने कहा है शिक्षा एक नौकरी नहीं बहुत महान पेशा है। बता दें कि 5 सितंबर को भारत के पहले उपराष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति एवं भारत रत्न से सम्मानित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य के रूप में मनाया जाता है। वे महान शिक्षाविद्, राजनैयिक, विद्वान थे देश के आजादी के बात संविधान सभा के सदस्य भी रहे। बालक एवं बालिकाओं का समान शिक्षा के पक्षधर थे।


कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे जीवन में शिक्षकों बहुत ज्यादा महत्व रहा है। जिसके कारण हम आज इस मुकाम को हासिल कर पाये है। आज हम उन सभी शिक्षकों बहुत याद करते है। आज पढ़ाई के तरीके भले बदल गये हो लेकिन शिक्षकों को पढ़ाने जो दायित्व है वह आज भी वैसा ही है।


जिसमें जिले भर के 12 शिक्षकों का सम्मान किया गया। शिक्षकों को 5 हजार और 7 हजार रुपए चेक के साथ शाल, श्रीफल तथा प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें श्री अश्वनी मलिक, श्रीमती मीना जायसवाल, श्रीमती खुशबू प्रकाश, श्रीमती नीरजा अहिरवार, श्री शिवशंकर पटेल, श्री शारदा प्रसाद त्रिपाठी, श्री सुजीत कुमार साहू, श्री बिसे लाल, श्रीमती प्रतिमा जायसवाल, श्रीमती कंचन सिंह, श्रीमती कविता भतग तथा श्री अमरनाथ मिश्रा का सम्मान किया गया।


कार्यक्रम में जिले के कलेक्टर डी. राहुल वेकेंट, पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा, सरजू यादव, धीरेन्द्र विश्वकर्मा, सरोज यादव, लखन लाल श्रीवास्तव, श्याम बिहारी रैकवार, हिमांशु श्रीवास्तव, चंदन यादव,, सुरेश श्रीवास्तव, गुरुचरण खनूजा ,अंकुर जैन, आनन्द ताम्रकार, श्रीमती रश्मि सोनकर, श्रीमती प्रतिमा पटवा, श्रीमती अनुपता निशी, श्रीमती गीता पासी, सुरेन्द्र सिंधवानी सहित प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सदस्य उपस्थित थे ।

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