बैकुण्ठपुर मुख्यालय के तहसील कार्यालय में पैसा लेकर कार्य करने का मामला सामने आ रहा। लोगों में चर्चाऐं है कि, लोगों का वर्षो से आय-जाति-निवास व जमीनों को लेकर काम रूके हुए है। परंतु बिना पैसे के कोई भी काम नहीं किया जा रहा। बता दें कि, श्रीमान् सरगुजा संभाग आयुक्त अम्बिकापुर के द्वारा तहसीलदार महोदया जी को लगभग चार माह से आदेश दिये हुए है जिस आधार पर तहसीलदार महोदया, नायब तहसील व आरआई (शिवकुमार सिंह) मौके पर जमीन देखने गये हुए थे, परंतु न ही जमीन/घर का फोटो लिया गया और नही जांच प्रतिवेदन दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र के संपादक की देख-रेख में भी आरआई (शिवकुमार सिंह) द्वारा पैसे के बल पर सभी साक्ष्य छुपा दिये। आज भी मौके पर देखा जा सकता है कि, कंडी-खप्पर ओरी के सामने दिवाल खड़ा कर दिया गया है। परंतु मौके पर जांच होने के बाद भी कार्यवाही नहीं हुआ। इसलिए कहा जाता है कि, कानून बिकता है खरीदेंगे क्या ? आखिर क्या वजह होगी जो सरगुजा संभाग के आयुक्त के आदेश को दरकिनार करके तहसीलदार महोदया जी बैठे हुए है ?
सोचने वाली बात है कि, तहसीलदार महोदया विश्रामपुर से बैकुण्ठपुर तहसील कार्यालय रोज आती है जो कि नियम विरूद्ध है। लोगों का कहना है कि, अधिकारी को अपना हेड आॅफिर बैकुण्ठपुर मुख्यालय में ही रखना होगा, और प्रोटोकाॅल का भी ध्यान देना होगा, क्योंकि किसी मंत्रियों का आवागमन होता है तो उसमें तहसीलदार व एसडीएम का होना अनिवार्य होता है। मंत्रियों की आवभगत तहसीलदार व एसडीएम के हाथ में होती है पर तहसीलदार महोदया नियम की धज्जियां उड़ा रही है। इस संबंध को लेकर कलेक्टर महोदया जी तहसील आॅफिस के कृत्यों पर ध्यान दें। जो कि लगभग चार महीने में काम न करना प्रश्चवाचक चिन्ह लगता है।