मनेन्द्रगढ़ एमसीबी के वन विभाग मंे संविदा की नियुक्ति किसके आदेश पर और किस आधार पर नियुक्त किया गया है ? जानकार सूत्र बताते है कि, पूर्व में मनीष पटेल सूरजपुर वन विभाग में कम्प्यूटर आॅपरेटर था, वह वन प्राणी के खाते से लाखो रूपये आॅनलाईन द्वारा अपने पत्नी के खाते में ट्रांसफर किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, विभाग द्वारा ही सूचना अधिनियम के तहत सूचना मांगा जाता है इसी सूचना के आधार पर वन विभाग के गोपनीय जानकारी भी पैसा लेकर दिया जा रहा। अभी हाल ही में मनीष पटेल मनेन्द्रगढ़ में नियुक्त हुआ है। इससे प्रतीत होता है कि, जो व्यक्ति विभाग में हेरा-फेरी और बेईमानी करता है विभाग ऐसे लोगों को ही पुरस्कृत करता है। लोगों में चर्चा है कि, वन विभाग मनेन्द्रगढ़ डिविजन में यह व्यक्ति गोपनीयता को भंग कर रहा है।
लोगों में चर्चा का विषय है कि, मनीष पटेल विभाग के गोपनीयता को भंग करने में माहिर है तथा उसके ही द्वारा सूचना के अधिकार लगवाया जाता है। चर्चाऐं बहुत जोरों-शोंरो पर चल रही है कि, मनीष पटेल जिसको भी जानकारी देता है उससे पैसा लेता है। सोचने वाली बात है कि, इस प्रकार के व्यक्तियों को विभाग क्यों संरक्षण दे रहा है ?