कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कृषि, उद्यानिकी मछलीपालन और पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से शासन की योजना के क्रियान्वयन के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने को कहा। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को हितग्राही मूलक योजनाओं से अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में कृषि, उद्यानिकी, मछलीपालन, पशुपालन विभाग के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कृषि एवं समवर्गीय विभाग के द्वारा जिले में चल रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने समीक्षा के दौरान खरीफ सीजन में बीज और उर्वरक के वितरण के लिए पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये तथा समितियेां में खाद की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने, दलहन-तिलहन खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारी से जैविक खेती के तहत कृषकों से जीराफूल धान की खेती हेतु प्रोत्साहित करने कलस्टर का चयन कर प्रदर्शन लगाने तथा जिले में बीज बैंक की स्थापना करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में सभी किसानों ई-केवाईसी करने, के.सी.सी. पंजीयन ,फसल बीमा पंजीयन के संबंध में विस्तार से जानकारी ली।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने उद्यान विभाग के अधिकारी से जिले में संचालित नर्सरी से प्राप्त राजस्व प्राप्ति के वार्षिक लक्ष्य, राज्य पोषित योजना, राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत फल एवं सब्जी, पुष्प क्षेत्र तथा प्रधानमंत्री किसान योजना अंतर्गत पंजीकृत कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने मधुमक्खी पालन हेतु कृषि विज्ञान से समन्वय स्थापित कर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में सरसों की खेती की जाती है। ऐसे क्षेत्रों का चयन कर लोगों को मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित करने को कहा। मत्स्य पालन विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने मत्स्य पालन हेतु जल संसाधनों, मत्स्य बीज उत्पादन तथा विभाग में संचालित हितग्राही मूलक योजनाओं से अधिक -से-अधिक लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग से पशु टीकाकरण, मोबाईल वेटनरी यूनिट, पशु स्वास्थ्य एवं पशुधन विकास, पंजीकृत चरवाहों, डेयरी उद्यमिता तथा व्यक्ति मूलक योजना को लेकर जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने उपसंचालक पशुपालन से जिले में संचालित पशु औषधालय को नियमित रूप से खोलने तथा कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।