कोरिया : कलेक्टर एवं अध्यक्ष कार्यकारिणी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्रीमती चंदन त्रिपाठी के मार्गदर्शन तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं उपाध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के निर्देशन में 27 एवं 28 अगस्त को जिला पंचायत ऑडिटोरियम में शिक्षा से वंचित लोगों को साक्षर बनाने संकुल स्तर के कुशल प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित की गई।
छत्तीसगढ़ में शिक्षा से वंचित लोगों को साक्षर बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक नई पहल की है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत अब सब्जी अनाज फल रेत गिट्टी लकड़ी और खेत खलिहान जैसे रोजमर्रा के जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं के माध्यम से अक्षर और अंक ज्ञान सिखाया जाएगा। ‘उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत आयोजित जिला स्तरीय कुशल प्रशिक्षकों की कार्यशाला में इस कार्यक्रम को पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए विशेष रणनीतियाँ तैयार की गईं। इस प्रशिक्षण में 104 कुशल प्रशिक्षकों और राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके स्त्रोत व्यक्ति उपस्थित रहे।
उल्लास साक्षरता केंद्रों के माध्यम से असाक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इन केंद्रों में अक्षर और अंक ज्ञान के साथ-साथ जीवन कौशल की शिक्षा भी दी जाएगी। खेल गीत और अन्य रोचक गतिविधियों से कक्षाओं को अधिक प्रभावी और आनंददायक बनाने का प्रयास किया जाएगा। कार्यशाला में ‘उल्लास प्रवेशिका के उपयोग पढ़ाने के रोचक तरीकों और डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे कि दीक्षा पोर्टल और एनसीईआरटी के यूट्यूब चौनल का उपयोग करने पर भी चर्चा की गई। उल्लास एप्प का भी उपयोग शिक्षण में किए जाने के संबंध में चर्चा की गई। इस कार्यक्रम के तहत सभी को स्वयं शिक्षक बनकर असाक्षरों को साक्षर करने का संकल्प दिलाया गया। कुशल प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु स्त्रोत व्यक्ति के तौर पर कार्यक्रम नोडल विजय नाथ बाजपई राजकुमार पॉल और अलीशा शेख उपस्थित रहे। जिन्होंने विभिन्न विषयों पर सत्र वार प्रशिक्षण प्रदान किया।
जिला पंचायत ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय कुशल प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र गुप्ता, डीपीओ के.के. गुप्ता उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के अंत में सभी कुशल प्रशिक्षकों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।