बैकुण्ठपुर मुख्यालय के उप पंजीयक कार्यालय में बसंत कुजूर जी का कार्यभार चल रहा है। जिसमें जमीनों की रजिस्ट्री होती है। जानकार सूत्र बताते है कि, उसको पैसा लेने का बड़ा अनुभव है।
वही लोगों में चर्चा है कि, उप पंजीयक कार्यालय में रजिस्ट्री करने पर कोई-न-कोई कमी बताकर पैसा वसूला जाता है। लोगों में यह भी चर्चा है कि, उप पंजीयक द्वारा जमीनों की रजिस्ट्री के लिए बहुत बड़ी रकम की मांग रखते है। अब सोचने वाली बात है कि, एस.डी.एम. महोदया जी एवं पुलिस अधीक्षक महोदय जी भी उस परिषद में बैठे हुए है, परंतु उप पंजीयक को कोई भय नहीं।
मिली जानकारी के अनुसार, उप पंजीयक कार्यालय में अनेको दलाल सस्ते में जमीन बिकवा रहे है। वही उप पंजीयक के मामले में भी जोरो-शोरो से चर्चाऐं चल रही है कि, पैसो से कोई समझौता नहीं। इन सबके बावजूद भी प्रशासन चुपी साधे हुई है। बताया जा रहा है कि, जमीनों के दस्तावेज लिखिने वालों की सुनामी सी पैदा हो गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक नया दस्तावेज लिखने वाला डायवर्सन जमीन को शून्य करके और रजिस्ट्री कराने में असफल रहा। ये जांच का विषय है कि, नये-नये दस्तावेज लिखने वाले कालाकार दिन-प्रति-दिन पैदा हो रहे है। ऐसे दस्तावेज लेखकों की जांच की जाये जो जमीन के मामले में हेरा-फेरी करने में चुकते नहीं।
बताया जा रहा है कि, ऐसे भी कुछ लोग है जिन्होनें जमीन के हरे-भरे पेड़ों को पटवारी के साथ मिलीभगत करके काटा जा रहा है। क्योंकि उप पंजीयक को जो कार्य पेश करेंगे उसी आधार पर रजिस्ट्री कर देते है, ये सभी बाते जांच का विषय है।