बिलासपुर : फर्जी कंपनी बनाकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 2 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप ने किया। उन्होंने बताया कि, परिजात एक्सटेंशन निवासी बैंक मैनेजर को टेलीग्राम एप के माध्यम से क्वाईन स्वीच इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी (फर्जी कंपनी) का एचआर बनकर महिला ने पार्ट टाइम जाॅब करने का ऑफर दिया। इसमें बैंक मैनेजर को टास्क दिया गया और हर टास्क का 200 रुपए पेमेंट किया गया। जब मैनेजर ठगों के झांसे में आ गया तो गलत टास्क होना बताकर पीड़ित से पैसे जमा कराए गए। पहले कम राशि जमा कराई गई। फिर पैसे को वापस करने का झांसा देकर अधिक रकम जमा कराते गए। इस तरह प्रार्थी से 3 दिनों में 15,04,850 रुपए जमा करा लिए गए।
पीड़ित बैंक मैनेजर ने ठगी और धोखाधड़ी का अहसास हुआ और इसकी शिकायत पुलिस में की। इस पर पुलिस ने प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों की जानकारी एकत्र की और साइबर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज की। ठगी करने वालों के संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेट, आनलाइन ट्रांजेक्शन व एटीएम विड्राल आदि की जांच की। साइबर टीम ने मोबाइल नम्बर, काॅलिंग आईएमईआई नम्बर, काॅलिंग नम्बर आदि की पड़ताल की। पुलिस टीम को आरोपी राजस्थान के गुडपालिया व लडानू के आसपास के निवासी होने की जानकारी प्राप्त हुई। साइबर टीम राजस्थान और दिल्ली रवाना हुई। वहां आरोपियों का पता ठिकाना प्राप्त कर अजय सिंह व गजेन्द्र स्वामी को हिरासत में लिया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने ऑनलाइन ठगी का काम करना स्वीकार किया। पूछताछ में पता चला है कि, ऑनलाइन फ्राॅड का काम मनोज स्वामी करता है, जो दोहा की राजधानी कतर में रहकर लेबर ठेकेदारी कार्य के आड़ में आनलाइन फ्राड का काम करता है। अब पुलिस मनोज स्वामी पर कार्रवाई में जुटी है।