जिले की तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कई मतदान केन्द्रों को आदर्श मतदान केन्द्र बनाया गया था। इस मतदान केन्द्र को शादी वाले घर की तरह सजाया गया है। जगह- जगह गुब्बारे लगाकर फूल- पत्तियों से मतदान केन्द्र को सजाया गया है। मतदान केन्द्र के प्रवेश द्वार को स्वागत द्वार की तरह सजाया गया है। मतदान केन्द्र में छाया और पीने के पानी की अच्छी व्यवस्था है। बच्चों के लिए झूलों की भी व्यवस्था की गई थी। मतदाताओं के बैठने के समुचित प्रबंध किये गये हैं। महिला एवं पुरूष शौचालय की व्यवस्था भी की गई है। दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैम्प/ व्हीलचेयर की व्यवस्था है। बुजुर्ग, दिव्यांग, गर्भवती मतदाताओं को वोट डालने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ रहा है।
चुनाव सम्पन्न कराने में भी महिलायें किसी से कम नहीं
निर्वाचन में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने और उनका मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में 15- 15 पिंक बूथ बनाये गये थे। इसमें तैनात अधिकारी से लेकर सुरक्षा अधिकारी तक सिर्फ महिलायें नियुक्त की गई थी। मतदान कराने का काम महिला मतदान कार्मिकयों द्वारा बखूबी निभाया। चुनाव कराने में भी महिलायें किसी से कम नहीं हैं। महिलाओं को चुनाव कराते देखकर महिला मतदाता और अन्य मतदाता मतदान करने के लिए प्रेरित हुए।