जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में कार्यरत् अशोक विश्वकर्मा जो कि बिहार का रहने वाला है। यह आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। एक लड़की के छेड़खानी में जेल भी जा चुका है। वहीं दूसरी ओर जमीन की दलाली और भू-माफिया भी है। यह वन विभाग के जंगलों से हरे-भरे पेड़ो को कटवाता है। इनका वन विभाग के रेंजरों से मिलीभगत होने के कारण लकड़ी मील में अवैध रूप से लकड़ियां बिना अनुमति के लायी जाती है। मौके पर देखा जा सकता है। यह सभी हमेशा रेंजरो के साथ चक्कर लगाते रहते है। जानकार सूत्र बताते है कि, यह चारों-पाचों भाई बिहार से मडर करके आये है। अब बैकुण्ठपुर के निवासी हो चुके है। इनके पास आय से भी ज्यादा पच्चास सौ करोड़ की सम्पत्ति है। यह जांच का विषय है। कि, बिजली विभाग द्वारा दूसरे के जमीन में कैसे कनेक्शन दिया गया ? जबकी जमीन दूसरे की है। इन पर जो भी अपराध लागू हुए है। सभी की जांच होनी चाहिए और हरे-भरे पेड़ो को जांच के दायरे में लिया जाना चाहिए। अब देखना यह है कि, प्रशासन इन सभी पर क्या कदम उठाती है ? जानकार सूत्र है कि, इनकी 5,00,000/- रूपये किराये की आमदनी है। क्या कोरिया कलेक्टर एवं प्रशासन इन भाइयों द्वारा अवैध रूप से कर रहे कार्यो के ऊपर कोई उचित कार्यवाही करेगी ?