बैकुण्ठपुर जिला मुख्यालय में एक जीता-जागता मिशाल पैदा हुआ है। जो कि जिला-कोरिया के पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार बधाई पात्र है। जिनके नाक के नीचे सिटी कोतवाली बैकुण्ठपुर में हवलदार के पद पर पदस्थ एक ऐसा जीता-जागता प्रमाण दिया है। यह घटना आनी की एक महिला की है जो जाति से गोंड है। जिसके पुत्र द्वारा अपने ही माँ को आये दिन गाली-गलौज और मारता-पीटता था, अपने पुत्र के व्यवहार से अत्यंत दुखी होकर वह बैकुण्ठपुर थाना पहुंची, थाने में हवलदार नवीन साहू के पैर पकड़कर रोने लगी और पैसा देने लगी। परंतु नवीन साहू द्वारा पैसा लेने और पैर छुने से इंकार कर दिया। महिला की दुख को देखकर नवीन साहू हवलदार के आंखों में आंसू छलकने लगे। तत्पश्चात् हवलदार द्वारा आरक्षको की टीम तुरंत आनी भेजी गयी। यह प्रसंशा वाली बात है कि, पुलिस विभाग में ऐसे व्यक्ति भी है जो कि पैसे का तिरस्कार करके अपना कर्तव्य निभाते है।