Home कार्यक्रम नरसिंहपुर : केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री कुलस्ते एवं कैबिनेट मंत्री श्री पटेल...

नरसिंहपुर : केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री कुलस्ते एवं कैबिनेट मंत्री श्री पटेल ने किया विभिन्न निर्माण कार्यों का किया उद्धाटन…..

22
0

नरसिंहपुर, : केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते एवं प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने जिले की जनपद पंचायत गोटेगांव की ग्राम पंचायत उमरिया में 20 लाख रुपये लागत के नवीन पंचायत भवन का उद्धाटन किया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति नीलेश काकोड़िया, विधायक श्री महेन्द्र नागेश, पूर्व विधायक श्री हाकम सिंह चढ़ार सहित अन्य विशिष्ट जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री कुलस्ते ने कहा कि उनका गोटेगांव से पुराना रिश्ता रहा है। वे काफी अरसे से इस क्षेत्र से जुड़े हैं। केन्द्र सरकार में उन्होंने जनजातीय मंत्रालय की बागडोर संभाली। आज जिन निर्माण कार्यों का उद्घाटन हुआ है, उनके बन जाने से क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सरकार नित नये हितग्राही मूलक कार्यक्रमों एवं योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

कार्यक्रम में मंत्री श्री पटेल ने कहा कि उमरिया पंचायत में नवीन पंचायत भवन, पुलिया, बाउंड्रीबाल, सीसी रोड निर्माण, नाली निर्माण, पुलिया के लगभग 45 लाख रुपये से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया है। क्षेत्र की जनता को इन निर्माण कार्यों का लाभ मिलेगा।

कार्यक्रम को स्थानीय विधायक श्री महेन्द्र नागेश ने भी संबोधित किया और कहा कि उमरिया में सीएम राईज स्कूल की स्वीकृति प्रदान की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा गोटेगांव विधानसभा में लगभग 15 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की भी सौगात प्राप्त हुई है।

कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री कुलस्ते एवं कैबिनेट मंत्री श्री पटेल और अन्य अतिथियों ने ग्राम पंचायत उमरिया में 3 लाख रुपये लागत की लाखन पटैल से मुख्य मार्ग की ओर सीसी रोड, 4.16 लाख रुपये लागत की ग्राम पंचायत भवन की बाउंड्रीबॉल, 5.19 लाख रुपये लागत की फूलदास से शमशान की ओर सीसी नाली, 5.40 लाख रुपये लागत की हाकम झारिया के घर से गुर्रा रोड तक सीसी नाली निर्माण और 7.597 लाख रुपये लागत की पुलिया के निर्माण कार्यों का उद्घाटन किया।

ग्राम पंचायत नेगुवां में गौशाला का उद्घाटन

गोटेगांव विधानसभा की नेगुवां पंचायत में लगभग 37 लाख रुपये की लागत से निर्मित गौशाला, प्रहलाद साहू के मकान से दशरथ ठाकुर के मकान तक सीसी नाली निर्माण एवं रोड निर्माण का भी उद्घाटन अतिथियों द्वारा किया गया। यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री कुलस्ते ने कहा कि कई दशक पहले किसी ने गरीब के कल्याण के बारे में नहीं सोचा था। ग्रामीण लोगों को भी मूलभूत सुविधायें मिलेंगी यह मात्र स्वप्न जैसे था। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा आदिवासी अंचलों में रहने वाले जनजातीय बंधुओं की चिंता की गई। आदिवासी समाज के उत्थान, उनकी संस्कृति- परम्परा व विरासत को जीवंत बनाये रखने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा जनजातीय मंत्रालय बनाया गया। इसके तहत जनजातीय क्षेत्रों के लिए अनुदान प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि 24 जून को वीरांगना रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस मनाया जाता है। उनका यह बलिदान हम सबके लिए प्रेरणादायी है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में पीएम जन- मन योजना प्रारंभ की गई है, जिसका उद्देश्य दूरस्थ अंचल में रहने वाले आदिवासी समुदाय को सभी मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराना है। इसके अंतर्गत सड़क, बिजली, पानी, सामुदायिक भवन, चिकित्सालय, स्कूल भवन आदि बनाये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का निर्णय लेकर गरीब को पक्के मकान बनाकर दिये जा रहे हैं।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नेगुवां से उनकी चार पीढ़ियों से रिश्ता रहा है। जब वे पहले यहां आते थे, तो सड़के नहीं हुआ करती थी। उस दौर में आने पर वही प्रेम व स्नेह मिलता था, जो आज मिल रहा है। यहां रहने वाले लोगों के स्वभाव में बदलाव नहीं आया है। अब निर्माण कार्यों को गति मिल जाने से क्षेत्र का विकास हुआ है। लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। आदिवासी अंचल अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र में लोगों की प्रवृत्ति संग्रहण की नहीं है। यह हमें उनसे सीखना होगा। आदिवासी समाज संतुष्टि के साथ जीने वाला समाज है और ऐसे समाज में वैमनस्य कभी समाप्त नहीं होता है।

उन्होंने कहा कि पूरा विश्व जिन मोटे अनाज की बात कर रहा है, वह हमारे आदिवासी भाई बंधुओं का भोजन है। यह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ भोजन है, जो स्वादिष्ट एवं पोषक तत्व से भरपूर है। मोटे अनाज की खेती करने के लिए उन्होंने कृषकों से आग्रह भी किया है। इसकी फसल में कम पानी की आवश्यकता होती है। आदिवासी समाज ने प्रकृति के क्षरण के बगैर इन्हें उपजाया है। समय के साथ बदलाव जरूरी है, किंतु यह बदलाव किसी के अहित में नहीं होना चाहिये। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने भी कहा है कि प्रकृति के पास सभी की जरूरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन है, लेकिन वो किसी की लालच पूरी नहीं कर सकती।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here