जिला बलरामपुर में पदस्त श्रीमती बलवंती तिर्की जो कि परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ है। जानकार सूत्र बताते है कि, महिला बाल विकास परियोजना के कार्यकर्ताओं से कोई काम कराने जाते हैं तो दस्तखत के नाम पर पैसे की वसूली की जाती है और हर महीना उनको कमिशन चाहिए। जैसे कोई बिल पास कराना है तो भी कमिशन चाहिए। लोगों में चर्चाऐं है कि, अपनी प्रसंशा मीडिया कर्मियों को पैसा देकर प्रकाशित कराते है। लोगों में चर्चा तरह-तरह की चल रही है कि, जब कोई विभाग द्वारा सामान कार्यकर्ताओं को दिया जाता है तो उसमें भी उनके द्वारा कुछ सामान अपने लिए रख लिया जाता है। परियोजना अधिकारी का कहना है कि, कुछ मेरा भी हिस्सा होता है। परंतु समाचार प्रकाशन के लिए किस व्यक्ति के द्वारा जानकारी दिया गया ? उसमें क्यों उस व्यक्ति का नाम छापने से मना किया गया ? जिससे पूरे कार्यकर्ता सख्त नाराज है। सूत्रों के अनुसार महिला बाल विकास परियोजना में बड़े बाबू पदस्त है जो अम्बिकापुर से आते-जाते है पर कभी आते है तो कभी नहीं आते है। पूरा कारोबार संविदा कार्यकर्ताओं के ऊपर निर्भर है। इस तरीके से महिला बाल विकास परियोजना चर्चाओं का अम्बार लगा हुआ है। जांच किया जाये तो जांच के दौरान इनके ऊपर तरह-तरह के सवाल उठ जायेगें। जिसमें महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी व बाबू का स्थानांतण किया जाये। उसके बाद ही जांच किया जाये। जिससे सच्चाई सभी के सामने खुल कर आ सके।