बैकुण्ठपुर: गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के अन्तर्गत महेश टुंडे की जानकारी प्राप्त हुई है। जानकार सूत्र बताते है कि, इनके द्वारा अपने पूर्व पत्नी की हत्या के मामले में जेल भी जा चुके है। यह भी जानकारी प्राप्त हुआ है कि, इनकी पूर्व पत्नी नर्स बताये जा रही है। इनके कृत्यों के मामले में बताया जाता है कि, जो महिलाऐं गवाह के संबंध में थे तो उन्हें पैसा देकर गवाह बदल दिया गया। जिससे महेश टुंडे बरी हो गये है। उसके बाद उन्होंने दूसरी शादी कर लिया है। जानकार सूत्र बताते है कि, इनका गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक की छत्रछाया के कारण करोड़ों रूपये का हेरा-फेरी किया गया है। जानकारी मांगी गयी तो अपीलीय अधिकारी संचालक के द्वारा कहा गया था कि, व्यक्तिगत जानकारी नहीं मिल सकती हैं। यह चर्चा का विषय है कि, शासन के द्वारा कितना भुगतान कराया गया और कहाँ-कहाँ भुगतान किया गया ? कौन-कौन से काम 5 बिन्दुओं को लेकर जानकारी मांगा गया है ? जिसमें अपीलीय अधिकारी द्वारा खारिज कर दिया गया। इस अपील के संबंध में रायपुर भेजा गया है। डिप्टी रेंजर को वित्त प्रभार जो दिया गया है जो कि डिप्टी रेंजर को कितने पैसा निकालने का कार्य कराने का नियम है। डिप्टी रेंजर जो कि प्रभारी होता है जिसको 6 महीने के अंदर रेंजर नियुक्त करना अनिवार्य होता है। परंतु सालों से एक ही स्थान पर जमे हुए है। इन्हें संचालक गुरूघासीदास का व उच्च अधिकारियों का सहयोग प्राप्त है। जानकार सूत्र बताते है कि, इनकी आय से ज्यादा सम्पत्ति परिवार के नाम से एकत्रित किया गया है। इस संबंध में अधिकारियों को जानकारी भेजा गया है। इसकी जांच के बाद पूरी कृत्यों का खुलासा होते रहेगा। वशिष्ठ टाइम्स समाचार की टीम के द्वारा जांच की जा रही। जिसमें पूरा खुलासा क्रम से किया जायेगा।