इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के बदमाश पूरी योजना बनाकर आए थे। बहादुरगढ़ के गांव बराही में रविवार शाम 4 बजे इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी एक रस्मक्रिया में गए थे और शाम 4:45 बजे वापस बहादुरगढ़ लौट रहे थे। करीब 5 बजे पैसेंजर गाड़ी बहादुरगढ़ से रोहतक की तरफ निकलनी थी, इसलिए फाटक बंद था। नफे सिंह की गाड़ी फाटक पर आकर रुकी। गाड़ी रुकते ही पीछे से आई एक आई-20 कार से चार युवक उतरे। एक युवक गाड़ी के अंदर बैठा रहा। चारों ने कार सवार नफे सिंह राठी व उनके सहयोगियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। नफे सिंह अगली सीट पर बैठे थे उन्हें पांच से ज्यादा गोलियां लगीं। कार में सवार ड्राइवर, गनमैन और राठी के एक अन्य सहयोगी को भी कई गोलियां लगीं। इनमें नफे सिंह राठी और जयकिशन दलाल मौके पर ही निढाल हो गए। बदमाश ने इस दौरान 50 से अधिक राउंड फायरिंग की। वहीं, बदमाशों ने कुछ मीटर आगे जाकर गाड़ी मोड़ते वक्त भी गोलियां चलाईं। जिसके बाद बदमाश असौदा के रास्ते सोपीपत की तरफ भागे थे। हमलावर नौजवान थे। उन्होंने चेहरा भी नहीं ढक रखा था। मौके पर मौजूद एक युवक ही उनकी गाड़ी लेकर अस्पताल तक पहुंचा और भर्ती कराया। सभी हताहतों को उसी गाड़ी से बहादुरगढ़ के ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना मिलने पर पुलिस की टीमों ने घटनास्थल और अस्पताल में पहुंचकर मामले की जांच आरंभ की। पुलिस लगातार सीसीटीवी खंगालने में जुटी है। डॉक्टरों ने नफे सिंह राठी व जयकिशन दलाल को बचाने के लिए काफी देर तक सीपीआर दिया, लेकिन दोनों की जान नहीं बचाई जा सकी।
राठी पर हमले की खबर पूरे इलाके में फैल गई। अस्पताल के बाहर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। झज्जर से पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन भी अस्पताल पहुंचे। इसके बाद नफे सिंह और जयकिशन दलाल को मृत घोषित कर दिया गया। करीब 8 बजे इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्थिति के बारे में पीड़ित परिजनों व पुलिस अधिकारियों से बातचीत की और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।