छत्तीसगढ़ में सीधे व सरल स्वाभाव के मुख्यमंत्री का प्रसंशा हो रही है पर उनके सरल स्वाभाव के कारण लोग मौके का लाभ उठा रहे है। ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रभारी या सलाहकार का स्थान दे दिया गया है। जो कि सूत्र बताते है कि, पूर्व में यह कांग्रेसी मंत्रियों के पास चक्कर लगाता था। लोगों के समझ से परे है कि, पंकज झा को मीडिया एवं सलाहकार बनाया गया है जो कि मीडिया के नाम अनुभव विहीन है। क्योंकि मीडिया प्रभारी व सलाहकार ऐसे व्यक्ति को बनाना चाहिए जो कि पत्रकारता की गाईड लाईन पढ़ा हो। जिसको पत्रकारता का कोई ज्ञान न हो वह पत्रकार कैसा ? हो सकता है कि, मुख्यमंत्री को किसी ने सलाह व दबाव दिया हो। उस आधार पर पंकज झा को पद दिया गया हो। सूत्र बताते है कि, पंकज झा को अपने पद का दूरूपयोग व लोगो में शोषण का आरोप कुछ दिनों में ही लग जायेगा। सलाहकार या पत्रकारता की गाईड लाईन का ज्ञान हो या कानून का ज्ञान हो । उसे मीडिया प्रभारी या सलाहकार बनाना चाहिए। पर जिस व्यक्ति को प्रभारी व सलाहकार बनाया गया है वह व्यक्ति पार्टी को बदनाम किये बिना छोड़ेगा नहीं। मुख्यमंत्री को बहुत सोच समझकर कदम उठाना चाहिए। जिससे पार्टी की छवी धूमिल न हो। व आगे का कार्यकाल भी सोच समझकर करना चाहिए। जैसे पूर्व में कांग्रेस से लोगों का मोह भंग हो गया था क्योंकि उनके दलाल व सलाहकार भी ऐसे लोग थे जो कि पार्टी को बदनाम कर दिये थे और दलालों ने शोषण किया। पार्टी को ऐसे व्यक्ति को हटा देना चाहिए, जिससे पार्टी की छवी स्वच्छ बनी रहे। किसी ऐसे व्यक्ति के द्वारा सलाह दिया गया जिससे मुख्यमंत्री की छवी बिगाड़ कर पार्टी को बदनाम कर सकें। और मुख्यमंत्री के विपरित ही सलाह दिया गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के द्वारा मीडिया प्रभारी के नाम पर हो रही है विरोध ?……….
पंकज झा को मीडिया एवं सलाहकार बनाया गया है जो कि मीडिया के नाम अनुभव विहीन है।