सरगुजा एवं अम्बिकापुर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के द्वारा धर्मांतरण के नाम पर पूरा विश्वविद्यालय में अपने ही समाज को कार्य पर रखे हुए हैं। जानकार सूत्र बताते है कि, कभी भी आप जाइये तो रजिस्ट्रार विश्वविद्यालय में मिलेंगे ही नहीं। विश्वविद्यालय के कुलपति अशोक सिंह के द्वारा बताया गया कि, रजिस्ट्रार महाविद्यालय में आते नहीं है। खाली वह धर्मांतरण का खेल, खेल रहे है सभी को धर्मांतरण को प्राथमिकता दे रहे है। अपने समाज के लोगों को विश्वविद्यालय में भर्ती अवैध रूप से रखा गया है। जानकार सूत्र बता रहे है कि, विश्वविद्यालय के पैसे का फर्जी बिलों के हिसाब से निकालते जाते है। जिनको अपने धर्म के प्रचार-प्रसार में लगा रहे है। विश्वविद्यालय में जानकारी लेने के लिए जाते है तो रजिस्ट्रार हमेशा अनुपस्थित रहते है। विश्वविद्यालय में उनसे कोई काम से मिलने जाता है तो रजिस्ट्रार द्वारा अपने धर्म के सबंधं में बताता है कि, ईशु की प्रार्थना से इतना लाभ मिलता है तो हमारे समाज में आ जाइये। अपने समाज में पूरा समय व्यतित करते है और अपने समाज का गुणगान करते है। जानकार सूत्र बताते है कि, रजिस्ट्रार का स्नातक विद्यालय से अवैध रूप से कनेक्शन है कुछ प्राइवेट स्नातक विद्यालय ऐसे भी है जिनका कोई भी विद्यालय के संचालक का पता नहीं और प्रिंसिपल का भी पता नहीं। इस संबंध में रजिस्ट्रार से जानकारी मांगा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि, जांच जारी है पर कार्यवाही नहीं हुई है। अवैध रूप से विश्वविद्यालय के पैसे को बंदरबांट करके करोड़ो की जमीने खरीदी गई है। जो जांच का विषय है। विस्तार जानकारी और मिलने पर प्रकाशित किया जायेगा ।
संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विनोद एक्का के कारनामे का खुलासा ?…………
सरगुजा एवं अम्बिकापुर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के द्वारा धर्मांतरण के नाम पर पूरा विश्वविद्यालय में अपने ही समाज को कार्य पर रखे हुए हैं।