स्वच्छ राज्यों की कटेगिरी में छत्तीसगढ़ को तीसरा पुरस्कार मिला है। वहीं एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में दुर्ग जिले के पाटन को दूसरा पुरस्कार मिला है। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित समारोह में आज गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को यह सम्मान प्रदान किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री अरुण साव भी मौजूद रहे ।केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में अच्छे प्रदर्शन के लिए राज्य के पांच नगरीय निकाय रायपुर, पाटन, कुम्हारी, महासमुंद और आरंग को भी राष्ट्रीय अवार्ड दिया गया है छत्तीसगढ़ राज्य ने स्वच्छता के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की और राष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड हासिल किए है। वर्ष 2017 में ही छत्तीसगढ़ ओडीएफ राज्य होने की गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल कर चुका है। इसके साथ ही राज्य में तीन लाख निजी शौचालयों का निर्माण पूरा कराये जाने की उपलब्धि भी राज्य ने हासिल की थी। राज्य में स्वच्छता के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए 10 हजार स्वच्छता दीदियों के माध्यम से मिशन क्लीन सिटी शुरू की गई थी। स्वच्छता क्रियान्वयन के बेहतर परिणाम के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ राज्य को इंदौर में पुरस्कृत किया गया था। छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष 2014 से 2017 के दौरान स्वच्छता को लेकर जो नीतियां बनायी गई और कई परियोजनाएं शुरू की गई थी, जिसके चलते राज्य में स्वच्छता को स्थायी तौर पर आगे बढ़ाने में मद्द मिली है। छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से अभिनव प्रयोग करते हुए स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण के लिए सुविधा-24 योजना शुरू की गई। छत्तीसगढ़ में स्वच्छता को लोगों की आदत में शामिल करने और इसे स्थायी रूप से व्यवहार में लाने के लिए कचरा प्रबंधन, निजी, सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों का निर्माण एवं प्रबंधन, सफाई मित्रों की सुरक्षा, कचरा मुक्त शहर, ओडीएफ और सेप्टिक टैंक के अवशेष के निपटान पर विशेष से फोकस किया गया छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय से नई दिल्ली के भारत मंडपम में मध्यप्रदेश के नगरीय विकास, आवास और संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएं दी।
छत्तीसगढ़ स्वच्छ राज्यों की कटेगिरी में मिला तीसरा पुरस्कार………..
नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित समारोह में आज गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को यह सम्मान प्रदान किया।