रायपुर। महानदी भवन में अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले की अध्यक्षता में शासन के समस्त विभागों के सचिव की राज्य एड्स परिषद की बैठक आयोजित की गई। सचिव स्वास्थ्य आर प्रसन्ना ने बताया कि राज्य में लगभग 40 हजार संभावित एचआईवी संक्रमित है जिनमें से लगभग 25 हजार संक्रमितों की पहचान कर उन्हे निःशुल्क उपचार प्रदाय किया जा रहा है। एचआईवी संक्रमितों को मुख्यधारा से जोड़ने एवं उनके प्रति भेदभाव को कम करने की आवश्यकता है। इसी क्रम में विभिन्न विभागो द्वारा संचालित शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने लिए अन्य विभाग के प्रतिनिधियों से चर्चा की गई। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि आगामी वित्तिय वर्ष से उप-स्वास्थ्य केन्द्र तक एचआईवी जांच की सुविधा प्रदान की जाएगी.
अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले ने समस्त विभागों को निर्देश दिए कि एचआईवी संक्रमितों के साथ भेदभाव न करते हुए उन्हें रोजगार के समुचित अवसर प्रदाय किये जाने चाहिए। साथ ही राज्य में प्रत्येक गर्भवती महिला की एचआईवी जांच की जानी चाहिए। मिशन संचालक कौशल विकास अवनीश शरण ने बताया कि उनके विभाग द्वारा एचआईवी संक्रमितों के लिए विशेष बैच का संचालन कर उन्हें प्रशिक्षण प्रदाय किया जाएगा। उप-सचिव श्रम अनुराग पांडेय ने श्रम विभाग द्वारा जारी विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के संबंध में चर्चा की गई.
संचालक, स्वास्थ्य सेवायें सह परियोजना संचालक भीम सिंह ने बताया कि राज्य में एचआईवी जांच बढाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार तथा अन्य विभागों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में एचआईवी विषय को शामिल करते हुए प्रशिक्षण प्रदाय किया जाएगा. साथ ही विभाग द्वारा राज्य के औद्योगिक जिलो में व्यापक स्तर पर जांच कर संक्रमितों की पहचान कर उन्हें निःशुल्क उपचार प्रदाय किया जाएगा.
इस बैठक में सचिव, स्वास्थ्य आर प्रसन्ना, संचालक स्वास्थ्य भीम सिंह, मिशन संचालक कौशल विकास अवनीश शरण, उप-सचिव श्रम अनुराग पांडेय सहित विधि, स्कूल शिक्षा, गृह, समाज कल्याण, नगरीय प्रषासन, रेड क्रास सहित राज्य एड्स नियंत्रण के अतिरिक्त परियोजना संचालक डाॅ खेमराज सोनवानी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.