अंबिकापुर। उत्तर छत्तीसगढ़ में हाथियों से सर्वाधिक प्रभावित सूरजपुर जिले के घुई वन परिक्षेत्र में हाथी का शव मिला है। ग्राम पकनी से लगे जंगल के नजदीक शव मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। अभी तक हाथी की मौत का कारण सामने नहीं आ सका है। मृत हाथी की आयु 20 से 25 वर्ष बताई जा रही है। नर हाथी के दोनों दांत सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों का दल पिछले कई दिनों से स्वच्छंद विचरण कर रहा है। शनिवार की रात हाथियों का दल प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के दरहोरा से होते हुए घुई वन परिक्षेत्र की ओर आगे बढ़ा था। वन विभाग की टीम हाथियों की निगरानी में लगी हुई थी। रविवार की सुबह हाथियों की उपस्थिति का पता लगाने वन विभाग के मैदानी कर्मचारियों को लगाया गया था। उसी दौरान ग्रामीणों के माध्यम से सूचना मिली कि ग्राम पकनी के नजदीक हाथी का शव पड़ा हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही अंबिकापुर और सूरजपुर से वन विभाग के उच्च अधिकारी घटनास्थल पहुंच चुके हैं। दूरस्थ इलाका व वन अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाने के कारण विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है। जो तस्वीर सामने आई है उससे स्पष्ट है कि हाथी के दोनों दांत सुरक्षित हैं। उत्तर छत्तीसगढ़ में सुनियोजित तरीके से भी हाथियों को जहर देकर और करंट प्रवाहित तार लगाकर मारा जा चुका है, इसके पहले भी इस सीजन में सूरजपुर जिले में हाथियों के शव बरामद हुए हैं।