अंबिकापुर । उत्तर छत्तीसगढ़ में ठंड के तेवर तीखे हो गए हैं। पाट इलाकों के लोग अलाव का सहारा लेने मजबूर हैं। इन क्षेत्रों में तापमान छह डिग्री न्यूनतम आ गया है। मैदानी क्षेत्रों में लगभग आठ डिग्री न्यूनतम तापमान पहुंच गया है। रविवार को अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री दर्ज किया गया। उत्तरी क्षेत्र से आ रही सर्द हवा ने दिन में भी लोगों को गर्म कपड़े पहनने मजबूर कर दिया है। बाजार में अचानक गर्म कपड़ों की बिक्री भी बढ़ गई है। फुटपाथ पर गर्म कपड़े की दुकानों में अच्छी खासी भीड़ नजर आ रही है। बड़े शोरूम में भी लोग जैकेट व स्वेटर खरीद रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में शीत लहर का असर
राजस्थान से चल रही शीत लहर के असर से उत्तरी छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान नौ डिग्री तो मैनपाट और सामरी क्षेत्र में छह डिग्री तक तापमान के पहुंचने से लोग बेहाल हैं। ठंड से राहत पाने जगह जगह गर्म कपड़ों का बाजार सज गया है। इस बार बेहतर व्यवसाय की उम्मीद में तिब्बतियों ने भी अपनी दुकान लगा ली है। पुराना बस स्टैंड के दुर्गा बाड़ी परिसर में तिब्बती वूलन मार्केट में लोग गर्म कपड़े खरीदने पहुंच रहे हैं। पिछले कई दशक से हर साल ठंड के दिनों में तिब्बती समुदाय के लोग यहां गर्म कपड़े बेचने दुकान लगाते हैं।
चौक-चौराहों में अलाव की व्यवस्था
कुछ दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड से लोगों को राहत देने के लिए शहर के चौक-चौराहों में नगर निगम द्वारा रात्रि में अलाव की व्यवस्था की गई है। कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर नगर निगम अंबिकापुर, नगर पंचायत लखनपुर एवं सीतापुर में कई स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। नगर निगम अंबिकापुर में रैन बसेरा में जरूरतमंदों के लिए रात्रि में ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। नगरीय निकाय क्षेत्र में हर साल ठंड के मौसम में लोगों को ठंड से राहत देने के अलाव जलाने के साथ ही जरूरतमंदों को गरम कपड़े दिए जाते हैं।
पाला गिरने की संभावना
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार अभी उत्तर छत्तीसगढ़ के मौसम में बड़े बदलावा की संभावना नहीं है। चूंकि पश्चिमी विक्षोभ का असर इलाके में प्रभावी नहीं है इसलिए अभी कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान के दस डिग्री से नीचे रहने की संभावना है। वर्तमान में मौसम स्थिर रहने एवं शुष्क हवा चलने से तापमान लगातार गिर रहा है। दिन भर ठंडी हवा चल रही है। यह स्थिति पाला गिरने की बन रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस स्थिति में मैनपाट एवं सामरीपाट इलाके में पानी जमाव बिंदु तक पहुंच सकता है। इस दौरान पाला गिरने की भी संभावना है।