छत्तीसगढ़ के निवासी एस.पी.रजक जो पूर्व में मनेन्द्रगढ़ वनमण्डलाधिकारी के पद पर रहें उनकों अपने विभाग का अनुभव होने का सूचना के अधिकार को व्यापार बना रहें है। इस व्यक्ति के द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ में सूचना के अधिकार के अर्न्तगत वनपरिक्षेत्र अधिकारियों कों जानकारी मांग कर जानकार सूत्र बताते है, ये अपने नाम से पैसा न लेकर अन्य-अन्य लोगों के नाम से खाते में पैसा लेते है। ये सूचना के अधिकार का धज्जियॉं उड़ाने वाले के खिलाफ मूख्य मंत्री व राज्यपाल को वशिष्ठ टाइम्स सम्पादक के द्वारा एक पत्र के द्वारा अवगत कराया गया है कि पूर्व अधिकारी का पैन्शन तुरन्त बन्द किया जाये, और सूचना के अधिकार से लाखों रूपये मोबाईल फोन के द्वारा पैसा वसूली किया जाता है। इस व्यक्ति के द्वारा रायपुर में अग्रोहा कॉलोनी टावर के पास डी. 107 ब्लॉक पो0 जिला-रायपुर से सूचना के अधिकार का संचालन होता है। यह जांच का विषय है कि आज तक राज्य सूचना अधिकारी को अपील करने का मौका ही नहीं मिला। क्योंकि इनका ये मेन कार्य सूचना के अधिकार एक व्यापार बन चुका है। यह कागज के माध्यम से यह साबित होता है कि छत्तीसग को पूर्व से आज तक ठगा जा रहा है। इनकी जिस-जिस पद पर व जिलों में कार्यकलापों की जानकारी लेकर कार्यवाही करने के लिये बाध्य होना पड़ेगा। सूचना के अधिकार की कॉपी इस समाचार पत्र के साथ संलग्न है।
पूर्व डी.एफ.ओ. बने सूचना के अधिकार के व्यापारी क्या
पूर्व डी.एफ.ओ. बने सूचना के अधिकार के व्यापारी क्या