बैकुठपुर मुख्यालय में हर साल की भाती रावण दहन का शान्ति पूर्वक उत्सव मानाया जाता था पर, इस साल जो समिति पूर्व से रावण पुतला जलाये जाने को लेकर रावण को भी राजनिती में घसीटा गया, जबकि रावण एक ब्राम्हण व ज्ञानी भूत, भविष्य, वर्तमान को जानने वाला पर रावण के अन्दर अहंकार भर गया था, उस अहंकार को ध्वस्थ करने के लिए या विनाश करने के लिए रावण की मति भ्रष्ट होने के कारण राम और हनुमान ने लंका को ध्वस्थ किया और रावण का वध किया गया, यह अहंकार पटाक्षेप है।
बैकुण्ठपुर रावण दहन में किसकी कटेगी नाक……
बैकुण्ठपुर रावण दहन में किसकी कटेगी नाक……