पंचायती राज अधिनियम की खुलेआम उड़ रही धज्जियां
रवि शर्मा
सोनहत- विकासखंड सोनहत के कई पंचायतों में पंचायती राज अधिनियम 1993 के धारा 40 की खुलेआम धज्जियाँ उड़ रही हैं और जिम्मेदार अधिकारी भी मोटा कमीशन लेकर चुपचाप ऐसे भ्रस्टाचारियों का साथ दे रहे हैं सबसे ज्यादा बुरा हाल वनांचल क्षेत्र की पंचायतों का है जहाँ या तो सचिव अपने सगे संबंधियों के नाम पर तो सरपंच अपने पति के नाम पर बिल लगा कर भारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं फिलहाल हम बात कर रहे हैं ग्रामपंचायत नटवाही की जहां स्कूलों व आँगबाड़ी केंद्रों में रानिंग वाटर सप्लाई का काम मार्च अप्रेल 2022 के बीच में कराया गया है जहां सरपंच पति लालजी गुप्ता के द्वारा प्राथमिक शाला सलगंवा खुर्द, माध्यमिक शाला सलगंवा खुर्द, आँगबाड़ी केंद्र कुर्थी आदि स्थानों पर रानिंग वाटर सप्लाई का काम कराने के नाम पर क्रमशः 46990,46820 व 41150 की राशि का आहरण कर लिया गया इस बारे में जब हमने संबंधित इंजीनियर प्रवेश रॉय से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा कोई मूल्यांकन नहीं किया गया है कार्य में कुछ सुधार करने के लिए बोला गया था जो नहीं होने के कारण मूल्यांकन नहीं हुआ है अब आप समझ सकते हैं कि जंगलराज किस कदर हावी है कि इंजीनियर के मूल्यांकन किये राशि निकाल ली गई जबकि 15वें वित्त की राशि से हुए कार्य में मूल्यांकन किये बिना राशि का आहरण नहीं हो सकता जाहिर है संबंधित कम्प्यूटर आपरेटर को सरपंच पति द्वारा टेबल के नीचे से मलाई खिलाकर अपनी जेब गर्म कर ली गई इस मामले में संबंधित पंचायत सचिव बृजलाल राजवाड़े भी कुछ बोलने से बचते नजर आ रहे हैं और सबसे बड़ी बात तो यह है कि पंचायती राज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत पंचायत के नियुक्त जनप्रतिनिधियों को अपने किसी भी सगे संबंधियों से काम कराने का अधिकार नहीं है ऐसी स्थिति निर्मित होने पर संबंधित को पद से हाथ धोना पड़ सकता है लेकिन शायद सरपंच पति की पहुंच बहुत ऊपर तक है तभी तो खुलेआम अपने नाम का बिल लगा कर भ्रस्टाचार कर रहे हैं और शायद जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी भी खुलकर साथ दे रहे हैं वरना अबतक सरपंच महोदया अपने पद से हाथ धो चुकी होती अब देखना है कि खबर चलने के बाद जिम्मेदार अपनी कुम्भकर्णी नींद से जाग कर कोई कार्यवाही करते हैं या फिर ये सिलसिला बदस्तूर जारी रहेगा।
कल के अंक में ऐसी ही एक और पंचायत के फर्जीवाड़े की कहानी।