रायपुर। धनतेरस पर मंगलवार को बाजार गुलजार रहा। राजधानी और नवा रायपुर के रजिस्ट्री कार्यालय में जमकर भीड़ उमड़ी। मंगलवार को करीब 275 लोगों ने जमीन, मकान और फ्लैट की रजिस्ट्री करवाई। धनतेरस के दिन को शुभ मुहुर्त मानकर लोगों ने कुछ दिन पहले ही रजिस्ट्री के लिए पंजीयन करा लिया था। जिनका पंजीयन पहले हो गया था उनकी रजिस्ट्री हुई।
पंजीयन कार्यालय का साफ्टवेयर ठीक होने की वजह से समय पर सभी दस्तावेज की रजिस्ट्री हो गई। जमीन, फ्लैट और घर की रजिस्ट्री होने पर खरीददारों के चेहरों पर चमक देखी गई। पंजीयन अधिकारी का कहना है कि नवरात्रि से रजिस्ट्री में तेजी आई है। इससे राजस्व का भी इजाफा हो रहा है। रायपुर की जनसंख्या और बसाहट में दिनों दिन विस्तार हो रहा है। शहर का दायरा 10 किलोमीटर बढ़ गया है। बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी हो रही हैं। इससे सरकार के राजस्व में भी वृद्धि हो रही है। वर्ष 2005 की तुलना में रायपुर रजिस्ट्री कार्यालय से राजस्व में लगभग चार गुना वृद्धि हुई है। वर्ष 2005 में 120 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ था, जो वर्ष 2021 में 31 अक्टूबर तक 433 करोड़ पहुंच गया है। रायपुर उप पंजीयन कार्यालय की स्थापना 15 वर्ष पहले किया गया था।
रायपुर और नगर बिरगांव निगम क्षेत्र में जमीन खरीदी-बिक्री केकाम लिए करीब 500 लोग प्रतिदिन रायपुर पंजीयन कार्यालय आते हैं। यहां के पंजीयन कार्यालय में एक दिन में 150 रजिस्ट्रियां होती है। एक रजिस्ट्री में करीब सात से आठ मिनट का समय लगता है। पंजीयन कार्यालय में पांच काउंटर हैं। इसके अलावा जिले में आरंग, अभनपुर और तिल्दा में उप पंजीयन कार्यालय हैं। पांचवां उप पंजीयन कार्यालय नवा रायपुर में खोला गया है।