रायपुर । हर साल नवरात्र में भव्य जगराता कार्यक्रम होता था। नौ दिनों तक जसगीत मंडलियों की बुकिंग रहती थी। बड़े बड़े भजन गायकों की बुकिंग नवरात्र शुरू होने से पहले ही करनी पड़ती थी। इस बार शारदीय नवरात्र में अचानक प्रशासन ने अनुमति दी ऐसे में समिति वालों को जगराता आयोजित करने में मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके बावजूद जसगीत गायकों को उम्मीद है कि नवरात्र के शेष बचे चार दिनों में छोटे-बड़े कलाकारों को प्रस्तुति देने का मौका मिलेगा। जो कलाकार पिछले डेढ़ साल से निराश बैठे थे, उनके चेहरे पर फिर से चमक छाएगी। कोरोना महामारी को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए देर से अनुमति दी है।
जबकि अनुमति मिल गई है तो अन्य जसगीत गायकों में भी खुशी का माहौल है। कम से कम सांस्कृतिक आयोजन होने तो शुरू हुए। यदि आदेश पहले जारी होता तो शायद हर मोहल्ले में जगराता का आयोजन होता। देर से ही सही, अब सभी कलाकार खुश हैं। भजन गायकबताते हैं कि शहर में 300 से अधिक भजन गायक, संगतकारों की रोजी-रोटी नवरात्र के आयोजन से चलती है। पिछले साल की तरह इस बार भी कलाकार निराश हैं। अब उम्मीद है कि नवरात्र के शेष बचे दिनों में भक्तिभाव छाएगा।
आनन-फानन में कुछ समितियों द्वारा जगराता आयोजन पर चर्चा की जा रही है। डीडी नगर सेक्टर-2 दुर्गोत्सव समिति के लक्की अवस्थी ने बताया कि प्रशासन की गाइड लाइन पहले जारी हो जाती तो दूसरे दिन ही जगराता का आयोजन होता। नवरात्र शुरू होने के बाद अनुमति मिलने से अब आनन-फानन में तैयारी की जा रही है। सोमवार को मुंबई के गायक जगराता की प्रस्तुति देंगे। गरबा स्थल में बजने वाला पंखिड़ा, ओ पंखिड़ा भजन गाने वाले गायक के जगराता की तैयारी की जा रही है।