सोनहत– विकासखंड सोनहत के तत्कालीन जनपद सीईओ आर एस सेंगर व एक अन्य पर न्यायालय के आदेश पर सात माह पूर्व मामला दर्ज हुआ था पर गिरफ्तारी आज तक नहीं हो सकी है और वर्तमान में सीईओ साहब सूरजपुर जिले में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, आरोपियों की आजतक गिरफ्तारी की मुख्य वजह इनकी पहुंच और जबरदस्त राजनीतिक पकड़ को माना जा रहा है।
घटना के सात माह बाद जब वशिष्ठ टाइम्स संपादक ने पीड़ित दिनेश सिंह से घटना के सम्बंध में बात की तो तो उन्होंने बताया कि इस केस के दर्ज होने के बाद आरोपियों ने कई तरह से मुझपर दबाव बनाया कि केस वापस ले लो लेकिन मेरे नहीं मानने के बाद उन्होंने गवाहों पर दबाव बनाया और एक गवाह को बयान बदलवाने मे कामयाब भी रहे तो वहीं दूसरे गवाह के नहीं मानने पर सोनहत सरपंच व कुशहा सरपंच के जरिए झूठा आरोप लगा कर जेल भेजवा दिया गया जबकि मेरे द्वारा दो बार एसपी कार्यालय में तथा एक बार सोनहत थाने में शिकायत की थी कि मेरे केस के गवाहों पर झूठा आरोप लगा कर मामला बनवाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
गिरफ्तारी के बजाय पुलिस खात्मे के प्रयास में– न्यायालय के आदेश पर दिनांक 27/02/2021 को जनपद सीईओ आर एस सेंगर व अन्य एक पर धारा 341,323,294,506 ताo हिo एवं 3(1)(द)(ध) एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बजाए पुलिस खात्मे के प्रयास में लग गई और पीड़ित दिनेश सिंह को दिनाँक 17/07/2021 को नोटिस जारी कर बताया कि विवेचना के दौरान प्रकरण खारिज क्रमo 03/2021 दिनाँक 13/07/2021 को चाक किया गया है जिसे न्यायालय में पेश किया जाना है अतः आप दिनाँक 19/07 2021 को न्यायालय में उपस्थित होवें जिससे स्पष्ट है कि आरोपियों की ऊंची पहुंच और जबरदस्त राजनीतिक पकड़ की वजह पुलिस भी बेबस नजर आ रही है।
यह है मामला– घटना के सम्बंध में जानकारी देते हुए पीड़ित दिनेश सिंह ने बताया कि 12 जनवरी को सीईओ आर एस सेंगर व इनके एक साथी ने शाम तकरीबन आठ बजे जनपद के पास मेरा रास्ता रोककर मुझे गन्दी गन्दी तथा जातिगत गालियाँ देते हुए मेरे साथ मारपीट किया जिसके पीछे कारण जनपद सीईओ का मेरी पत्नी से विवाद होना हैं बताया जाता है कि एक जनवरी को जनपद में सामान्य सभा/प्रशासन की बैठक में सीईओ साहब एक क्लर्क की पदोन्नति करना चाहते थे पर मेरी पत्नी जो कि जनपद सदस्या है ने इसका विरोध किया क्योंकि साहब जिस क्लर्क की पदोन्नति कराना चाहते थे उस पर कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में अवैध रूप से घुसने का आरोप है और जिस पर तत्कालीन सोनहत एसडीएम ने आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की अनुशंसा करते हुए आगे की करवाई हेतु फाइल कलेक्टर कार्यालय भेजी है जिसकी जांच लम्बित है बस इसी विरोध के कारण सीईओ साहब भड़क गएऔर मेरी पत्नी को अपशब्द कहने लगे जिसकी रिपोर्ट उसी दिन मेरी पत्नी ने दर्ज कराई है इसी रिपोर्ट को वापस लेने के लिए साहब ने मेरे साथ मारपीट की।