रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ ही उनका थाने में बैठकर खाते हुए फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी अपने फेसबुक, वाट्सअप स्टेट्स में भी यह तस्वीर लगाकर तंज कसते नजर आ रहे हैं। हालांकि उनकी गिरफ्तारी के स्थान को लेकर पुलिस अपना बयान बदलती रही। मंगलवार को नंदकुमार को सिविल जज जनक कुमार हिडको की अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने जमानत के लिए अपील नहीं की थी।
नंदकुमार बघेल पर पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने का आरोप है। इसे लेकर रायपुर में सर्व ब्राह्मण समाज ने चार सितंबर को डीडी नगर थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसके फौरन बाद पांच सितंबर को वे उत्तर प्रदेश के आगरा चले गए थे। वहां सुबह 11:45 बजे फतेहाबाद रोड स्थित बाबू जगजीवन राम पार्क पहुंचे। उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद दिल्ली रवाना हो गए थे। रायपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने नंदकुमार बघेल को दिल्ली से गिरफ्तार करने की बात कही है।
नंदकुमार बघेल 30 अगस्त को लखनऊ में शिक्षक भर्ती में गलत आरक्षण प्रक्रिया अपनाने का आरोप लगाने वाले युवाओं के धरनास्थल पर उनका समर्थन करने को पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा था कि जिसका वोट, उसी की सरकार…। ब्राह्मण विदेशी हैं। जिस तरह अंग्रेज यहां से गए, वे भी यहां से जाएंगे। ब्राह्मण सुधर जाएं या तो जाने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मणों से इसलिए नाराजगी हैं कि वे विदेशी हैं और हमंे अछूत मानते हैं। हमारे सारे अधिकार छीन रहे हैं। इसके लिए गांवों में भी अभियान चलाकर ब्राह्मणों का बहिष्कार करेंगे।
उधर, अदालत से निकलते समय नंदकुमार बघेल ने मीडिया से कहा कि लड़ाई आगे जारी रहेगी। वे शांत नहीं बैठेंगे। सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
नंदकुमार बघेल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार बयान बदलती रही। पहले उन्हें आगरा से गिरफ्तार कर लाने की बात कही। इंटरनेट मीडिया में यह बयान वायरल होते ही आगरा के एसएसपी मुनिराज ने जैसे ही इसका खंडन किया, रायपुर पुलिस दिल्ली से गिरफ्तारी की बात कहने लगी। वैसे सूत्र बताते हैं कि नंदकुमार को दिल्ली से रायपुर पहुंचने पर यहीं गिरफ्तार किया गया।