देश में त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है और कोरोना के मामले कम होने के बाद इस साल बाजार में भी त्योहारों का असर दिख रहा है। लोगों ने तेजी से गणेश चतुर्थी की तैयारियां शुरू कर दी हैं। 10 दिन तक चलने वाले इस त्योहार में इस साल भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा, पर पिछले साल की तुलना में काफी राहत दी गई है। गणपति चतुर्दशी में लोग बप्पा के वस्त्र से लेकर भोग तक की सारी चीजें उनकी पसंद की लाते हैं और उन्हें प्रसन्न रखने की हर संभव कोशिश करते हैं। गणपति स्थापना से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। यहां हम इन्हीं चीजों के बारे में बता रहे हैं।
1. सफेद मदार की जड़ या मिट्टी से बनी गणेश मूर्ति पूजा के लिए शुभ मानी जाती है। कोशिश करें कि इन दोनों चीजों से बनी गणेश भगवान की मूर्ति अपने घर में स्थापित करें। अगर ये मूर्तियां न मिलें तो आप सोने, चांदी या तांबे आदि की मूर्ति भी स्थापित कर सकते हैं। इसके अलावा प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक होती है। इस वजह से भी इससे बचने की सलाह दी जाती है।
2. मान्यता के अनुसार भगवान गणेश की मूर्ति में उनका बैठे होना जरूरी होता है। इसलिए जब मूर्ति खरीदने जाएं तो इस बात का ख्याल रखें कि गणेस जी बैठे हुए होने चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है और बप्पा आपकी पूजा से प्रसन्न होकर आपके बिगड़े कामों को बना देते हैं। इसके अलावा आपके कामों में आ रही रुकावट भी दूर होती है।
3. वाममुखी गणेश जी को प्रसन्न करना आसान होता है। इसलिए मूर्ति खरीदते समय यह ध्यान रखना चाहिए की मूर्ति में उनकी सूंड़ बाईं तरफ मुड़ी होनी चाहिए। मान्यता के अनुसार वाममुखी गणपति की पूजा करना आसान होता है। वहीं दाईं ओर सूंड वाले गणपति की पूजा के लिए विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है।
4. मूर्ति खरीदते समय इस बात की भी ध्यान रखें की उनकी मूर्ति का रंग सफेद या फिर सिंदूरी हो। मान्यता है कि इन दोनों रंग की मूर्तियां बहुत शुभ और लाभकारी होती हैं। अगर आपको सफेद या सिंदूरी रंग की प्रतिमा नहीं मिल रही है तो किसी भी रंग की मूर्ति स्थापित कर सकते हैं।
5. घर के लिए भले ही बैठे हुए गणेश जी लाभकारी हों पर अगर आपके ऑफिस में गणेश जी की स्थापना हो रही है तो कोशिश करें की मूर्ति में गणेश जी खड़े हुए होने चाहिए। इससे हर काम में सफलता मिलती है और तरक्की की मार्ग खुलते हैं।
6. अगर आप संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं तो इस गणेश चतुर्थी में बाल गणेश की मूर्ति स्थापित करें।