✍ संपादक की कलम से-
कोरिया – सोनहत जनपद सीईओ के खिलाफ पूर्व में तमाम शिकायते हुई। लेकिन आज तक धरातल पर जांच जैसी कोई कार्यवाही नजर नही आई जिसका परिणाम लगातार सीईओ साहब का मनोबल बढ़ता गया । इस बीच आखिर कार उन्होंने महिला जनपद सदस्या को प्रशासनिक बैठक सभा कक्ष में ही खरी खोटी सुना डाली महिला जनपद सदस्या का बस इतना ही कसूर था कि वे सीईओ साहब की मनमानी के खिलाफ थी उन्होंने पदोन्नति प्रस्ताव में अपनी सहमति नही दी इतना सुन्नते ही साहब आग बबूला होकर महिला आदिवासी जनपद सदस्या को जम कर आड़े हांथो लिया था ।साहब ने तो इतना तक कह डाला था कि आप सहमति दो या न दो प्रस्ताव तो मैं पारित करा कर रहूंगा । इस दुर्व्यहार की शिकायत उच्य कार्यालय तक महिला जनपद सदस्या ने कि लेकिन सब कुछ ठंडे बस्ते में पड़ा रह गया है । इसके पूर्व में तो सीईओ साहब के अधीनस्थ कर्मचारी ही इनके रवैया से त्रस्त हो कर कोरिया कलेक्टर से की थी । बीच मे तो साहब पत्रकारों से भी उलझ गए थे जिसकी शिकायत भी एक पत्रकार संगठन द्वारा कोरिया कलेक्टर से की गई लेकिन साहब तो साहस से भरपूर है जांच जैसी एक तिनका भी धरातल में नजर नही आया। बात करे अगर जनकल्याणकारी योजनाओं की तो शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आज पूरे क्षेत्र में अधिकतर आधा अधूरे पड़े है । कही हितग्राही ठगी के शिकार हुए है तो कई आवास हितग्राही को अधूरे रुपये मिले है । जिससे आज तक योजना धरी की धरी रह गई है । कही न कही साहब की निष्क्रियता ही मानी जा सकती है । क्योकि योजनाओं के क्रियान्वय में जनपद स्तर पर सीईओ की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है । अब देखना होगा नवीन पदस्थ कोरिया कलेक्टर इन सब मामलों में क्या एक्सन लेते है ।
✍ सोनहत जनपद सीईओ के खिलाफ हुए तमाम शिकायत लेकिन सब सुन सपाटा…..
कही हितग्राही ठगी के शिकार हुए है तो कई आवास हितग्राही