रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना की वजह से होने वाली मौतों का आंकड़ा 170 तक पहुंच गया। एक ही दिन में होने वाली मौतों का यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इसमें 67 मौत अकेले रायपुर जिले में हुई है। बिलासपुर में 24, रायगढ़ में 16, कोरबा में 12, बालोद और धमतरी में 11-11 लोगों की जान गई। बेमेतरा में 10 और जांजगीर-चांपा में आठ लोगों कोरोना के कारण जान गई है।
इन मौतों के बीच कुछ राहत देने वाले आंकड़े भी हैं। राज्य में शनिवार की तुलना में रविवार को 2381 सक्रिय मरीज कम हुए हैं। ऐसा करीब पखवाड़े भर बाद हुआ है। इसी तरह पाजिटिविटी दर में भी कमी आई है। रविवार को 42652 लोगों की टेस्ट की गई, इसमें 12345 पाजिटिव पाए गए। टेस्ट की यह संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा कम है, लेकिन पाजिटिविटी दर करीब 29 फीसद रही। अब तक यह 30 फीसद था। कोरोना वायरस के संक्रमण के लिहाज से रायपुर अब भी पूरे प्रदेश में खतरनाक स्थिति में है। रविवार को यहां 2524 पाजिटिव मरीज मिले हैं। इसी तरह दुर्ग 1281 और बिलासपुर में 1217 सक्रिय केस मिले हैं। इन तीन जिलों के अलावा अन्य जिलों में नए केस की संख्या हजार से कम रही।
सप्ताहभर पहले तक प्रदेश के तीसरे सबसे हाट स्पाट जिला में शामिल रहे राजनांदगांव की स्थिति में सुधार दिख रहा है। रविवार को वहां 732 नए केस मिले हैं। कोरबा में 885, जांजगीर-चांपा में 693, बलौदाबाजार में 522, महासमुंद में 493, सरगुजा में 480 और गरियाबंद में 448 नए केस मिले हैं। राजधानी रायपुर के एक निजी अस्पताल में शनिवार को आगजनी की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों का फायर सेफ्टी आडिट कराने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य संचालक की तरफ से जारी इस निर्देश में जिलों के मुख्य चिक्तिसा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को हर तीन महीने में निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम का अनिवार्य रुप से निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि शनिवार को रायपुर में हुई आगजनी की घटना में एक मरीजी की जलने और चार की दम घुटने से मौत हो गई थी। स्वास्थ्य संचालक ने इस घटना का उल्लेख करते हुए सभी अस्पतालों का फिर फायर सेफ्टी आडिट कराने और फायर अनापत्ति प्रमाण पत्र संबंधित विभाग से प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं।