रवि शर्मा सोनहत…….
जनकपुर– गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुंठपुर के परिक्षेत्र जनकपुर में चल रहे निर्माण कार्य स्टापडेम, रपटा में विभाग के द्वारा घटिया किस्म की निर्माण सामग्री से कराया जा रहा है और कार्यों में अवरोध उत्पन्न करने वाले पेड़ पौधों को भी काटा जा रहा है,विभाग के द्वारा ग्राम च्यूल से आगे घने जंगलों के बीच बसे गाँव कुदरपा के पास दो नग स्टापडैम का निर्माण कार्य कराया जा रहा है और निर्माण सामग्री को कार्यस्थल तक पहुचाने में अवरोध उत्पन्न करने वाले पेड़ों की कटाई कर सूखे पत्तों से ढंक दिया गया है इस बारे में डिप्टी रेंजर यादव जी का कहना है कि हम अभी दो चार दिन से नहीं गये हैं इसी बीच काटे होंगे और काम कराना है तो एक दो पेड़ काटने पड़ते हैं ये छोटी मोटी बात है और रेन्जर साहब ने कहा कि वहाँ आप पहुंच गए ये ही बड़ी बात है कोई रोका नहीं आपको वो कोर जोन एरिया है और वहां जाना प्रतिबंधित है,मिली जानकारी के मुताबिक साहब और इनके अधीनस्थ स्टॉफ भरपूर कोशिश करते हैं कि कोई भी इनके कार्यस्थल तक न पहुंच सके इससे तो स्पष्ट है कि निर्माण कार्य में जमकर भृष्टाचार चालू है और मोटी मलाई की रसगुल्ले के साथ दावत उड़ाई जा रही है और इसकी एक झलक स्टापडैम निर्माण के दौरान देखने को मिली जहां डैम के सपोर्ट के लिए बनाये जा रहे साइडवॉल में जंगल से ही अत्यंत भुरभुरे क्वालिटी का पत्थर डाल कर ऊपर से सीमेंट लगाया जा रहा था इस बारे में रेन्जर साहब ने गर्व से बताया कि मैंने ही ऐसा करने के लिए कहा है और साहब ने तो अपनी शान में और भी कई कशीदे पढ़े, बाहरहाल मुद्दा ये है कि जिस संरक्षित क्षेत्र, कोर जोन का हवाला विभाग देता है और जिसकी सुरक्षा का जिम्मा स्वयं इन्ही के कंधों पर है अपनी जेबें भरने के लिए उसी का जमकर दोहन कर रहे हैं और पार्क के अंदर बसे गांव के निवासियों के लिए एक सूखी लकड़ी तक लाना प्रतिबंधित है उन पर तमाम कार्यवाही की जाती है।