रवि शर्मा सोनहत…….
सोनहत- हम बात कर रहे हैं विकासखंड सोनहत के एक ऐसी ग्राम पंचायत की जहां की ग्रामीण जनता सचिव के दबंगई से काफी परेशान है कई बार ग्रामीणों के द्वारा उक्त सचिव के खिलाफ जिम्मेदारों के सामने शिकायत की गई लेकिन सचिव के रसूख और दबंगई के आगे गांव वालों की एक न चली और सचिव महोदय हर कार्य में मनमानी पर अमादा है यह मामला है ग्राम पंचायत कुशहा का जहां के सचिव महोदय के द्वारा अपने मन मुताबिक कार्य कराया जाता और जो ग्रामीण विरोध करते हैं उन्हें इनके द्वारा अपनी दबंगई का नमूना दिखाया जाता है आपको बता दें कि फिलहाल ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों में भारी फर्जीवाड़ा देखने को मिला है जहां सचिव महोदय के द्वारा रोजगार सहायक पर दबाव बनाते हुए किसी और कार्य का मस्टरोल निकालकर किसी और जगह कार्य कराया जा रहा हूं मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत में डब्ल्यूबीएम सड़क निर्माण का मास्टर रोल निकलवा कर गौठान के अंदर चल रहे SHG शेड निर्माण मजदूरों से कार्य कराया जा रहा हूं है जिसकी शिकायत स्वयं मजदूरों ने मीडिया के समक्ष की है और इसी प्रकार इनके द्वारा ग्राम पंचायत के अंदर पौधरोपण कार्य बिरौरीडाँड़ का मास्टर रोल निकलवा कर हाट बाजार में चल रहे सामुदायिक शौचालय निर्माण में कार्य कराया जा रहा है जिसकी पुष्टि स्वयं रोजगार सहायक ने की है औऱ यह भी कहा कि गलत तो है लेकिन सचिव साहब के कहने पर ऐसा किया गया।
मास्टर रोल में भरी हाजिरी को कटवाया- ग्रामीणों ने बताया कि गौठान के बाहर मुर्गी शेड एवं बकरी शेड निर्माण का कार्य कराया जा रहा है जिसमें हम सभी मजदूरों के द्वारा कार्य किया गया था लेकिन सभी मजदूरों की दो- दो चार-चार दिन की मजदूरी सचिव साहब के द्वारा कटवा दी गई इस बारे में पूछने पर रोजगार सहायक शेषमणि ने बताया की सचिव महोदय का निर्देश था की बकरी शेड निर्माण में 9 गोदी(9हाजिरी) तथा मुर्गी शेड निर्माण में चार गोदी(4हाजिरी) कुल मिलाकर तेरह हाजिरी देनी है लेकिन मास्टर रोल में 34 हाजिरी भरी गई थी और जब मैं सचिव महोदय के पास हस्ताक्षर कराने गया तो उनके द्वारा इनकार करते हुए कहा गया की इसमें सिर्फ तेरह हाजिरी देनी है और तुम 34 हाजिरी भरे हो इसलिए बाकी 21 हाजिरी मुझे सचिव महोदय के कहने पर काटनी पड़ी जबकि मजदूरों के द्वारा पूरा काम किया गया था।
चरवाहे को नहीं दी एक साल से मजदूरी- आदर्श गौठान के अंदर काम करने वाले चरवाहे को सचिव महोदय के द्वारा 1 साल से मजदूरी नहीं दी गई मांगने पर चरवाहे से अभद्र व्यवहार सचिव महोदय के द्वारा किया जाता है कारण पूछने पर चरवाहे श्री बद्री प्रसाद जी ने बताया की सचिव साहब कहते हैं गांव से जो भी मवेशी आएंगे उनसे ₹5 महीने की वसूली तुमको करनी है अब मैं अनपढ़ आदमी किस किस के पास पैसा मांगने जाऊं इसीलिए मेरी मजदुरी रोक कर रखी है।
आदर्श गौठान में मवेशियों का आना प्रतिबंधित- आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिस गौठान का निर्माण छत्तीसगढ़ सरकार ने मवेशियों के रहने के लिए कराया है उसी गौठान में सचिव महोदय के द्वारा मवेशियों को लाने पर रोक लगाई गई है गांव के ही श्री रामकुमार,श्री सेदरी तथा चरवाहे श्री बद्री ने बताया कि 6 महीने से मवेशी गौठान के अंदर नहीं आए हैं कारण कि सचिव महोदय के द्वारा कहा जाता है की अगर मवेशी गौठान में आएंगे तो यहां रखा पैरा खा जाएंगे और गौठान के अंदर लगे पौधों को नुकसान पहुंचाएंगे इसलिए मवेशियों का आना मना है आश्चर्य की बात है एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार गौठान के जरिए गांव में शहरों में घूम रहे मवेशियों को एक निश्चित आश्रय स्थल देती है यहां मवेशियों के चारे पानी तथा छांव की भरपूर व्यवस्था रहती है वहीं दूसरी तरफ सरकार की इस उद्देश्य की धज्जियां उड़ाते हुए सचिव महोदय ने गौठान के अंदर मवेशियों का आना प्रतिबंधित कर रखा है।
कवरेज करने गए पत्रकारों को झूठे मामले में फंसाने की धमकी- जब ग्रामीणों ने चल रहे भ्रष्टाचार की कहानी बताने गांव के पंच विमला श्रीमती सानिया श्री धर्मपाल श्री राम फल तथा ग्रामीणों के द्वारा पत्रकारों को बुलाया गया एवं पंचायत में चल रहे फर्जीवाड़े को बताया इस संबंध में जब रोजगार सहायक श्री शेषमणि से उनका वर्जन लिया गया तो उन्होंने भी स्वीकार किया कि कार्य गलत हो रहे हैं लेकिन सचिव महोदय के आगे किसी की नहीं चलती दबी जबान में उन्होंने यह भी कहा कि मैं खुद बहुत परेशान हूं जब इस मामले की खबर सचिव महोदय को लगी तो उन्हें लगा की मीडिया में खबरें चलने के बाद सारा फर्जीवाड़ा बाहर आ जाएगा तो उन्होंने दूसरे सचिव महोदय के माध्यम से फोन करवा कर रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी और कहा कि तुम लोग पैसा मांग रहे थे गाली गलौज कर रहे थे जबकि कवरेज करने गए दोनों पत्रकारों का सरपंच सचिव से सामना ही नहीं हुआ ना ही मुलाकात हुई बावजूद इसके अपने रसूख और पैसे का घमंड दिखा कर सचिव महोदय खबरों को चलने से रुकना चाहते हैं और इसमें कोई आशंका नहीं की खबर चलाने वाले पत्रकारों को कल किसी और झूठे मामले में फसा दे।
विरोध में पंच व ग्रामीण पहुंचे थाने- जब सचिव महोदय के द्वारा पत्रकारों को फसाने की साजिश का पता ग्राम पंचायत के पंचों एवं ग्रामीणों को लगा तो उनके द्वारा स्वयं थाने पहुंचकर सरपंच सचिव के खिलाफ शिकायत की गई और कहा गया कि हमने पत्रकारों को खबर बनाने के लिए बुलाया था और सरपंच सचिव ऐसा सिर्फ इसलिए कर रहे हैं ताकि ग्राम पंचायत के अंदर हो रहा भ्रष्टाचार दबा रहे और दूसरा कोई मीडिया कर्मी पंचायत में कवरेज करने ना आ सके।
कार्यस्थल पर मजदूरों से की जाती है गाली गलौज- पंच श्रीमतीविमला श्रीमती सानिया श्री धर्मपाल श्री राम फल तथा मजदूरों ने बताया की कार्यस्थल पर सचिव महोदय के मन मुताबिक कार्य ना होने पर उनके द्वारा अभद्र गाली गलौज की जाती है यहां तक की महिला पंचों ने कहा कि हमारे सामने भी इनके द्वारा मजदूरों से अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है महिलाओं का भी लिहाज नहीं करते हैं।
बाहर हाल अब देखना यह है कि कब ग्राम पंचायत कुशहा में चल रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और जिम्मेदार सरपंच सचिव के विरुद्ध कब ठोस कार्यवाही होगी या फिर यह खबर भी पिछली खबरों की तरह एक खबर बनकर ही रह जाएगी और प्रशासन के कानों में जूं भी नहीं रेंगेगी।