जिला-कोरिया बैकुण्ठपुर में अपने आप को जाने माने थोक व्यापारी बताने वाले अन्दर ही अन्दर नशीली दवाओं का भी व्यापार कर करोंड़ो के आसामी बने हुए हैं, पर सोंचने वाली बात यह है कि नशीली दवाओं का व्यापार उनको इतना भाया कि बाप और बेटा दोनों इस व्यापार में लिप्त हो गए, बताया जाता है कि बैकुण्ठपुर पुलिस ने दोनों को नशीली दवा बेंचते हुए रंगे हाथों पकड़ा था और सलाखों के पिछे डाल दिया था, अपने को पत्रकार कहते हैं, कार में प्रेस लिखवाकर नशीली दवाईंयों का सप्लाई किया करते हंै, सूत्रों से पता चला है कि इनके द्वारा ब्लैक में केरोसिन तेल का भी व्यपार किया जाता हैं जो की 35रू.ली. में खरीद कर 80रू.ली. में बेंचा जाता है, खुद को बड़े करोड़ पति कहने वाले ऐसे ऐसे धन्ना सेठ बैकुण्ठपुर में निरे पड़े हुए हैं, इनके लिए शर्म इस बात की है कि एक ही पट्टे से बेटे के साथ साथ बाप भी पुलिस की मार खा गया, और एक ही अपराध में बाप और बेटा दोनो गिरफ्तार हुए थे, ऐसे लोगों की हैसियत का पता पुलिस के चंगुल में आने के बाद लगता है, इनको हलाल और हराम में अंतर भी नहीं पता और धर्म की बड़ी बड़ी बातें करते हैं, पुलिस प्रशासन को आगाह किया जाता है कि पुलिस प्रशासन ऐसे लोंगों पर कड़ी नजर रखे, ऐसे लोग समाज लिए घातक साबित हो सकते हैं, उनका रिकार्ड भी पुलिस फाईल में अंकित हो चुका है।
ऐसे लोग भी हैं बैकुण्ठपुर में..
ऐसे लोग भी हैं बैकुण्ठपुर में..