बैकुण्ठपुर कोरिया जिले में पोर्टल वेबसाइट बनवाकर मीडिया के नाम पर तरह तरह के बैनर लेकर वसूली करने में लगे हूए हैं, और तो और शासकीय कर्मचारियों के परिवार में भी कोई न कोई पत्रकार बने मौजूद हैं चाहे वे पंचायत सचिव हों रेंजर हों या अन्य कोई भी हों, और अपने परिवार को पत्रकारिता का धौंस दिखाकर बचाए हुए हैं, जिनको पत्रकारिता का परिभाषा भी नहीं पता है वे लोग भी नए नए संगठन का गठन कर अधिकारियों से चंदा ले लेते हैं, आज कल सभी पत्रकारिता में लगे हुए हैं और अपनी अपनी रोटी सेंक रहे हैं चाहे वह मांस मटन बेचने वाला हो सब्जी बेंचने वाला हो या अन्य कोई भी हो सभी पत्रकारिता में लिप्त हैं, कोरिया प्रशासन नई पीढ़ी के फर्जी पत्रकारों से नहीं जगा तो आने वाली पीढ़ी में हर आदमी भिखारियों की तरह पत्रकारिता करेंगे, जिनको कुछ काम नहीं वे पत्रकारिता करने में लग जाते हैं, जिनको अपना नाम लिखना भी नहीं आता वे भी अपने को पत्रकार कहते हैं, जबकी वेबपोर्टल मिडिया की परिभाषा में नहीं आते हैं, प्रशासन फर्जी पत्रकारों को पसन्द करे यह अज्ञानता का परिचय है, आज कल तो जैसे चूहा बिल्ली को आँख दिखाए उसी प्रकार से नयी पीढ़ी के पत्रकार व कर्मचारियों की स्थिती हो गई है, पहले जिनके पास खाने के पैसे नहीं होते थे वे भी आज पत्रकारिता के दम पर कार में घूमते हैं, बड़ी बड़ी बिल्डिंग बनाए हुए हैं, प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी ही हाल में चरचा में एक शराबी जो की अपने को पत्रकार कहता था वह थाना प्रभारी के ऊपर दबाव बनाए हुए था और रात के समय में थाना प्रभारी के निवास पर उनकी ना मौजूदगी में वह शराबी पत्रकार उनके परिवार के पास जाकर विडियो बनाते पकड़ा गया उसके ऊपर थाना प्रभारी के द्वारा 8 मामले दर्ज किए गए तब कुछ मनचले पत्रकार उसके पक्ष में आवाज उठाने लगे प्राप्त जानकारी के बताया जाता है कि शराबी पत्रकार के समर्थकों ने थाना प्रभारी के खिलाफ अम्बिकापुर आई.जी को शिकायत किया, ऐसे फर्जी पत्रकारों पर पुलिस प्रशासन ध्यान दे ना की संरक्षण, भारत सरकार द्वारा रजिस्टर्ड पत्रकारों को संरक्षण दें।
कोरिया जिला में पत्रकारिता हुआ बंदरबाँट
कोरिया जिला में पत्रकारिता हुआ बंदरबाँट