बिलासुपर में मंदिर निर्माण के लिए फर्जीवाड़े से धन एकत्र करने के आरोप में एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पत्र लिखकर उन व्यक्तियों और संगठनों का विवरण मांगा है जिन्हें राज्य में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए दान राशि एकत्र करने के लिए अधिकृत किया गया है. यह जानकारी शुक्रवार को एक अधिकारी ने दी. राज्य सरकार का यह कदम ऐसे समय आया है जब पिछले सप्ताह बिलासुपर में मंदिर निर्माण के लिए फर्जीवाड़े से धन एकत्र करने के आरोप में एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को लिखे पत्र में छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा है कि संज्ञान में आया है कि कुछ लोग और संगठन राम मंदिर निर्माण के नाम पर फर्जी रसीदों के जरिए धन एकत्र कर रहे हैं. मुख्य सचिव ने पत्र में आग्रह किया है कि उन व्यक्तियों और संगठनों का विवरण उपलब्ध कराया जाए जिन्हें छत्तीसगढ़ में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए दान राशि एकत्र करने के लिए अधिकृत किया गया है.
चंदा लेकर रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए
बता दें कि बीते 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में खबर सामने आई थी किअयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद निधि समर्पण अभियान चला रही है. इसकी आड़ में कुछ ठग भी सक्रिय हो गए. ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमें एक महिला ने फर्जी बिल रसीद छपवाकर मंदिर निर्माण निधि की राशि को अपने खाते में ट्रांसफ़र करा लिया. इस मामले की भनक जैसे ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण समिति की हुई तो महिला के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में FIR दर्ज करा दी गई. बताया गया है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण समिति की ओर निधि संग्रह किया जा रहा है. समिति के पदाधिकारियों को कुछ लोगों ने सूचना दी कि पता बिलासपुर में एक महिला उषा आफले भी निधि संग्रह कर रही हैं. आरोप के अनुसार उषा का समिति और मंदिर प्रबंधन से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने फर्जी रसीद छपवाकर निधि संग्रह करना शुरू कर दिया. कई लोगों से मंदिर में नाम पर चंदा लेकर रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए.