रवि शर्मा सोनहत……….
सोनहत- तमाम शिकायतों के बावजूद सोनहत सीईओ आर एस सेंगर पर अबतक कोई कार्यवाही न होना इनकी दबंगई और रसूख़ का प्रमाण है आपको बता दें कि 30 दिसंबर को जनपद पंचायत की सामान्य प्रशासन की बैठक में जनपद सीईओ तथा महिला जनपद सदस्य व सभापति मानमती सिंह के बीच सहायक ग्रेड-3 दीपचंद्र शिवहरे की पदोन्नति के मुद्दे पर सहमति को लेकर विवाद हो गया सीईओ साहब पदोन्नति कराना चाहते थे और जनपद सदस्या इसके खिलाफ थी हालांकि इसके पीछे उन्होंने दलील दी कि दीपचंद्र शिवहरे पिछले साल कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में अवैध रूप से घुसने के दोषी पाए गए हैं और तत्कालीन एसडीएम कौशल तेंदुलकर ने इनपर आपराधिक दर्ज करने की अनुशंसा कर फाइल कलेक्टर महोदय को भेजी गई है और जबतक ये दोषमुक्त नहीं होते पदोन्नति करना सही नहीं है पर मजाल है कि साहब के तुगलकी फरमान के विरुद्ध कोई सवाल उठाए हुआ भी वही साहब आदिवासी महिला जनप्रतिनिधि को खरी खोटी सुनाने लगे और जातिगत बातें कहकर अपमानित किया जिससे क्षुब्ध होकर मानमती सिंह वहां से जाने लगी तो साहब ने धमकी देकर कहा कि तुम्हारे नहीं मानने से कुछ नहीं होता है मैं पदोन्नति करा के दिखाऊंगा और बाहर निकलने पर विधायक मीडिया प्रभारी राजन पांडेय ने भी महिला जनप्रतिनिधि के साथ बदसलूकी की यही नहीं इनके द्वारा मानमती सिंह को घूस के तौर पर एक हजार रुपये का लिफाफा भी दिया था,और विडंबना देखिए कि जब पीड़ित ने थाने में इसकी शिकायत की तो आज तक संबंधितों से पुलिस ने पूछताछ भी नहीं की है करवाई तो दूर की बात है।
शिकायतों की लंबी लिस्ट है साहब के खिलाफ- आपको बता दें कि जब से सीईओ साहब ने सोनहत जनपद का चार्ज संभाला है तभी से सुर्खियां बटोर रहे हैं आते ही इन्होने जनपद परिसर में लगे हरे भरे पेड़ों को छंटनी के नाम पर कटवा दिया और ऐसी छंटनी करवाई की आज भी परिसर में आने वाले लोग छाया के मोहताज हैं।
पत्रकार से बदसलूकी- पिछले दिनों एक मामले पर साहब का पक्ष जानने आये पत्रकार अजीम अंसारी से साहब ने अपने चेम्बर में जमकर बदसलूकी की जिसकी शिकायत छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के द्वारा कलेक्टर महोदय से भी की गई थी पर साहब के रसूख़ के आगे शिकायत रद्दी में चली गई।
कर्मचारी संघ ने की थी शिकायत- साहब की मनमानियों से तंग आकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ ने भी इनकी शिकायत कलेक्टर महोदय से की थी महीनों बीत गए पर करवाई के नाम पर कलम नहीं चली,ऐसी तमाम शिकायतें साहब के खिलाफ हुई हैं मगर मजाल है साहब का बाल बांका हो जाये सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार साहब का तबादला जब प्रतापपुर से सोनहत हुआ तो वहां के कर्मचारियों ने बाकायदा आतिशबाजी कर खुशी मनाई,अब इसी से साहब की दबंगई और रसूख़ का अंदाजा लगाया जा सकता है