देवभोग। ब्लाक में तापमान लगातार गिर रहा है। दस दिनों के भीतर देवभोग में रात का तापमान 17 डिग्री तक गिर चुका है। रविवार को दिन का तापमान अधिकतम 30 डिग्री रहा, जबकि रात को 13 डिग्री रिकार्ड हुआ। मौसम विज्ञानी इस साल कड़ाके की ठंड पड़ने की बात कह रहे हैं। ब्लाक में अब जल्द ही तेज ठंड शुरू होगी। उत्तरी हवाएं जिले समेत ब्लाक में आना शुरू हो गई हैं। रात के तापमान में गिरावट आने के साथ ही सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। दिन में पारा तेजी से बढ़ता है तो रात में उसी तेजी गिर भी रहा है। आठ बजते ही ठंड के चलते लोग अपने घरी में दुबक जाते हैं।
वहीं आसमान में बादल हो तो रात को तापमान बढ़ने लगता है। मौसम विज्ञानी के अनुसार सर्दियों के दिनों में आसमान पर बादल सतह की गर्मी ऊपर नहीं उठ पाते, इसलिए पारा गर्म रहता है। बता दें कि अक्टूबर के मध्य में गुलाबी ठंड की दस्तक शुरू हो जाती है और महीने के आखिर सप्ताह तक लोगों के गर्म कपड़े निकालना शुरू हो जाते हैं। ब्लाक में 15 नवंबर के बाद कड़ाके की ठंड महसूस होती है। मौसम में बदलाव के साथ नवंबर में सर्दियां शुरू होने लगी हैं। ऐसे में खानपान का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। सर्दियों में कौन सी सब्जियों को खाया जाए और कौन सी सब्जियों को भोजन में कम किया जाए, यह जानना भी जरूरी है। कोरोना संक्रमण के काल में सेहत को तंदुरुस्त बनाए रखने के लिए जिन सब्जियों की तासीर ठंडी होती है उन्हें खाने से निकाल दें। भोजन में सब्जियों का असर सीधे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसके अलावा इस मौसम में कम एक्टिविटीज के चलते लोग को वजन बढ़ने या कब्ज जैसी समस्या भी हो जाती है। लोग जल्दी इस मौसम में खांसी, जुकाम, बुखार, रूखी त्वचा, मुरझाए बाल आदि के शिकार भी हो जाते हैं। इन सब से बचने के लिए खानपान का बेहतर होना बेहद जरूरी है। आर्युवेदिक चिकित्सकों का कहना है सर्दियों में कदम रखने का मतलब है आलस भरे माहौल में कदम रखना। ऐसे में हमारे दिमाग में सबसे पहले सवाल यह आता है कि इस मौसम में क्या खाया जाए और क्या नहीं। हर सब्जी की अपनी एक खासियत होती है। कोई भी सब्जी इतनी बुरी नहीं है कि वह किसी भी कारण से सेवन करने के लिए अयोग्य हो। लेकिन रंगीन और मौसमी सब्जियां और फल हमेशा सेहतमंद आहार का हिस्सा बनते हैं।