अंबिकापुर। अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान सरगुजा जिले के लखनपुर (अब अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र है) विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1973 के उपचुनाव में विधायक निर्वाचित हुए सरगुजा संभाग के बेहद लोकप्रिय चिकित्सक डॉ राजेश्वरी त्रिपाठी का निधन हो गया। 88 वर्षीय डॉ त्रिपाठी सरगुजा संभाग के नामचीन चिकित्सकों में गिने जाते थे। जरूरतमंदों से कभी उन्होंने चिकित्सकीय परामर्श की फीस नहीं ली।उनके लिए कहा जाता है अपने मुंह से उन्होंने कभी किसी मरीज से फीस की मांग नहीं की।उनके निधन से सरगुजा के लोग स्तब्ध हैं।
अंतिम समय तक वे अपने क्लीनिक में बैठकर लोगों को चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराते रहे। इनके पिता डॉ सत्यनारायण त्रिपाठी भी लखनपुर क्षेत्र से विधायक थे। 1973 में उनके निधन के बाद उपचुनाव हुआ तो डॉ राजेश्वरी त्रिपाठी को टिकट मिली। उन्होंने जनसंघ के प्रत्याशी रेवती रमण मिश्र को पराजित कर चुनाव जीता था। 1977 में उन्हें सरगुजा कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाया गया था। 1989 में जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्गीय विद्या चरण शुक्ल जनता दल में शामिल हुए तो वह भी उनके साथ जनता दल में शामिल हो गए थे।
अपने विधायक कार्यकाल में उन्होंने लखनपुर का कुंवरपुर डैम बनवाया था। खास बात यह रही कि इस डैम का उद्घाटन करने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 1976 में सरगुजा आईं थीं। डॉ त्रिपाठी की धर्मपत्नी कमला त्रिपाठी अंबिकापुर नगर पालिका की अध्यक्ष भी रहीं। संभाग के सबसे पुराने चिकित्सक के निधन से लोग स्तब्ध हैं। सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। कुछ देर बाद स्थानीय मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार सम्मान के साथ होगा।