जगदलपुर। कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए जिला प्रशासन लगातार बैठक कर किसी ठोस निर्णय तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है। फिलहाल लॉकडाउन के निर्णय को तो टाल दिया है पर पहले से लागू धारा 144 को मंगलवार से सख्ती से लागू कराया जाएगा। कलेक्टर रजत बंसल ने एसपी दीपक झा के साथ हुई विशेष बैठक में इस बात का निर्णय लिया है।
बताया गया है कि अनावश्यक तौर पर घर से निकलने और व्यवस्था को बाधित करने वालों पर पुलिस डंडे भी बरसा सकती है। लोग जरूरत न बता पाए तो महामारी एक्ट की धारा 188 के तहत मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। सोमवार को पहले चेंबर के व्यापारियों से बैठक हुई जिसमें लघु व्यवसायी संघ के पदाधिकारी व प्रतिनिधि मौजूद थे।
छोटे व्यापारी लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं। देर शाम जिला प्रशासन की पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि धारा 144 को प्रभावी तौर पर लागू कर आने वाले तीन दिनों तक राजधानी में लॉकडाउन के असर को देखा जाए। आवश्यकता पड़ने पर लॉकडाउन किया जा सकता है। लॉकडाउन को लेकर मीडिया, व्यापारी सहित अन्य से चर्चा के बाद अब कलेक्टर जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात कर उनकी राय जानेंगे। मंगलवार को महापौर सफीरा साहू ने पक्ष- विपक्ष के पार्षदों की बैठक बुलाई है।
शहर में वर्तमान व्यवस्था से यदि कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रहती है तो ठीक वर्ना लॉकडाउन लागू होगा। यह 14 से 21 दिनों का होगा। रायपुर में सात दिनों का लॉकडाउन लगााया गया है। वह कितना प्रभावी होगा, यह देखा जा रहा है। पूर्व में भी सात दिन का लॉकडाउन किया गया था लेकिन इससे बहुत ज्यादा फर्क शहर में नहीं हुआ था। कलेक्टर ने कहा है कि कोरोना की चैन को भेदने के लिए कम से कम 14 दिन का समय अनिवार्य है।