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✍ वनविभाग की एकतरफा करवाई का ग्रामीण कर रहे विरोध ग्रामीणों का आरोप रसूखदारों को मिला कब्जा गरीबों को बेदखली…….

वनविभाग जंगल के अंदर से अतिक्रमण नहीं हटाता है तब तक हम भी नहीं हटेंगे लेकिन विभाग ने एकतरफा करवाई करते हुए सिर्फ हमारे कब्जे को हटाया गया

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रवि शर्मा सोनहत….

सोनहत- सोनहत में कल वनविभाग द्वारा सोनहत से बिहारपुर मार्ग पर ग्राम राजौली ढाबा से भैंसवार मार्ग पर लगभग एक किलोमीटर तक इलाके में सड़क के दोनों ओर ग्राम राजौली धनपुर, पाराडोल चंकडड़ के ग्रामीणों ने सामुहिक रूप से कब्जा कर दुकानें खोल ली ग्रामीणों का कहना है कि जंगल के अंदर सैकड़ों एकड़ भूमि पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया है और कइयों ने तो बकायदा अधिकारी कर्मचारी से सांठगांठ कर वनअधिकार पट्टा भी हासिल कर लिया है ताज्जुब की बात है कि शासन के द्वारा बनाये गए नियमों को ताक में रखकर बड़े बड़े लोगों को पट्टा दे दिया गया जिनके पास पहले से ही कई एकड़ भूमि है जबकि वनाधिकार पट्टा भूमिहीन गरीब परिवारों को दिया जाता है, ग्रामीणों द्वारा की जा रही शिकायतों पर कोई कार्यवाही न होते देख गाँव वालों ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़क के दोनों ओर कब्जा कर लिया गया और कहा गया कि जबतक वनविभाग जंगल के अंदर से अतिक्रमण नहीं हटाता है तब तक हम भी नहीं हटेंगे लेकिन विभाग ने एकतरफा करवाई करते हुए सिर्फ हमारे कब्जे को हटाया गया जबकि हम लोग सिर्फ दिनभर दुकान लगाते हैं और शाम को अपना सामान लेकर घर चले जाते हैं और हमारे द्वारा किसी पेड़ पौधे को नुकसान नहीं पहुँचाया गया है और जंगल के अंदर दबंगों द्वारा कई हरे भरे विशालकाय वृक्षों को काट कर ट्यूबबेल खोद कर खेती की जा रही है उनपर विभाग कोई कार्यवाही नहीं करता क्योंकि ये मोटी रकम का चढ़ावा चढ़ा कर कब्जा किये हुए हैं पाराडोल के जयसिंह ने बताया कि मेरे द्वारा ओदारी बीट में पच्चीस साल से कब्जा कर खेती की जा रही थी परंतु ग्राम के ही फायरवाचर लक्ष्मण के रिश्तेदारों ने बलपूर्वक कब्जा कर लिया औऱ मेरे साथ बेदम मारपीट की गई जिसकी शिकायत भी थाने में दर्ज कराई गई थी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई वनविभाग के अधिकारियों ने कहा कि तुम कब्जा छोड़ दो क्योंकि ये वनभूमि है और उसी जमीन पर लक्ष्मण के रिश्तेदार खेती कर रहे हैं और मुझे बेदखल कर दिया कई शिकायतें की पर कोई सुनवाई नहीं हुई ।

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