बिलासपुर। अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर में उनके ननिहाल की मिट्टी के साथ ही पवित्र नगरी रतनपुर की भी मिट्टी नींव में डलेगी। ननिहाल की पावन मिट्टी को भेंट स्वरूप देने अयोध्या के लिए निकले गौ सेवक व श्रीराम कथा वाचक मो.फैज खान ने अपनी पदयात्रा के पड़ाव में पड़ने वाली पवित्र व मां महामाया की नगरी की मिट्टी भी साथ में ली और देर शाम पेंड्रा पहुंचे। वहां रात्रि विश्राम के बाद रविवार सुबह फिर से पदयात्रा प्रारंभ करेंगे।
शुक्रवार शाम देर शाम वे शहर पहुंचे और बिलासपुर गौधाम में रात्रि विश्राम किया। शनिवार सुबह पांच बजे उन्होंने अयोध्या की ओर अपनी पदयात्रा आरंभ की। रतनपुर मार्ग से होते हुए वे देर शाम पेंड्रा पहुंचे। रतनपुर पहुंचने के बाद मां महामाया का दर्शन कर आशीष लिया और वहां की पवित्र मिट्टी भी साथ ली।
गौ सेवक व श्रीराम कथा वाचक मो.फैज खान का कहना है कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है। ऐसे में जहां-जहां उनके कदम पड़े वहां-वहां की मिट्टी लेना चाहिए था लेकिन ये संभव नहीं हो सका। ऐसे में रतनपुर की पावन मिट्टी साथ लेकर अयोध्या जा रहे हैं। रतनपुर देवी आस्था का प्रमुख केंद्र है। इस वजह से यहां की पावन मिट्टी अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर की नींव के लिए लेकर जा रहे हैं।