संतोष जैन मनेन्द्रगढ़…..
Y Y की पर्ची जो अभी बाटी जा रही है उस पर गत वर्ष की सीएमपीएफ की राशि का उल्लेख होना अनिवार्य है ताकि कामगारों को यह पता चल सके की उनकी भविष्य निधि में कितनी राशि शेष बची है हसदेव क्षेत्र में यह देखने में आ रहा था की कामगारों के वेतन से तरह-तरह के एडवांस लाखों रुपए माफिया गिरोह द्वारा डकार लिए गए हैं जिसका संज्ञान अनेक वर्षों के पश्चात कामगारों को होता था परंतु वर्तमान समय में प्रबंधन बिना शेष राशि बचाए बिना पासबुक दिखाएं बाय बाय की की पर्ची बांट रहा है यदि दुर्भाग्यवश किसी श्रमिक के खाते से फर्जी तरीके से पैसे निकल गए तो उस कामगार को कैसे पता लगेगा पूर्व की घटनाओं से प्रबंधन कोई सबक नहीं ले रहा है ऐसा लग रहा है कि फर्जी माफिया और श्रमिक संघ और प्रबंधन आपस में कहीं तालमेल तो नहीं कर लिए हैं शोषण की पराकाष्ठा है यह