जगदलपुर । जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ रहे हैं। पहली बार किसी क्वारंटाइन सेंटर से एक साथ इतने अधिक मरीज संक्रमित पाए गए हैं। सोमवार को इस सेंटर के 17 मरीजों के सैम्पल पॉजिटिव पाए गए। दो जुलाई को भी यहां 11 केस पॉजिटिव मिले थे। संक्रमित पाए गए मरीज चेन्नई से लौटे प्रवासी मजदूर बताए गए हैं। यहां ड्यूटीरत एक रसोइया व एक लैब टेक्नीशियन भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। मामले सामने आने पर प्रशासन ने इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार 22 जून को चेन्नई से 35 श्रमिक दरभा लौटे थे। एक दिन दरभा में ठहराए जाने के बाद उन्हें नेगानार क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए रखा गया था। 29 जून को दरभा सीएचसी स्टाफ ने श्रमिकों के सैम्पल कलेक्ट कर पीसीसीआर टेस्ट के लिए मेकाज वायरोलॉजी लैब भेजा। दो जुलाई को इनमें से 11 लोग संक्रमित पाए गए थे, जिन्हें मेकाज कोविड वार्ड में भर्ती करवाया गया था।
वहीं सोमवार को यहां 15 अन्य प्रवासी श्रमिकों के साथ नेगानार में तैनात किए गए एक आश्रम रसोइया व एक लैब सहायक भी संक्रमित पाए गए हैं। सभी को देर शाम मेकाज में भर्ती करवाया गया है। इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है। यहां अब नौ श्रमिक बाकी हैं। उनकी रिपोर्ट आना शेष है।
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन श्रमिकों को एक साथ सैम्पल जांच के लिए नहीं भेजा गया था। एक साथ सैम्पल लिए जाने पर पहले ही इसका खुलासा हो सकता था। प्रशासन की ओर से एहतियातन आसपास के लोगों का सैम्पल लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएचसी के सभी स्टाफ का दोबारा कोरोना परीक्षण करवाया जा रहा है। लैब सहायक व रसोइया के संपर्क में आए लोगों की जानकारी भी ली जा रही है। वर्तमान में मेकाज कोविड वार्ड में कुल 86 सक्रिय मरीज का उपचार चल रहा है। चार दिन पूर्व संभाग के कांकेर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा जिलो के नौ मरीजों को छुट्टी दी गई है।
नेगानार में एक दिन में इतने अधिक कोरोना पाजिटिव केस आने के बाद से हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार दरभा ब्लाक मुख्यालय स्थित सभी सरकारी कार्यालयों को सील कर दिया गया है। यहां जनपद पंचायत से शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास समेत अन्य मैदानी विभागों के ब्लाकस्तरीय कार्यालय हैं। लेकर हालांकि इस बात की पुष्टि अभी प्रशासन ने नहीं की है।