रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में अगामी पांच माह के दौरान प्रोफेसर सहित अन्य विभागों के लिए सौ पदों पर भर्ती शुरू होगी। इससे जहां एक तरफ विवि में शैक्षणिक गतिविधियों में क्वालिटी बढ़ेगी। वहीं अतिरिक्त प्रभार का बोझ भी अन्य विभागों पर कम होगा। ज्ञात हो कि पिछले कई वर्षो से विवि, कृषि कॉलेजों में प्रोफेसर, फार्म प्रभारी, लैंब तकनीकी सहित कई पदों पर रेगुलर भर्ती नहीं हुई थी। जबकि लगातार कृषि कॉलेज, केवीके केंद्र खुलते जा रहे है। जिससे कई विभागों का प्रभार अटैचमेंट के भरोसे संचालित हो रहा है।
कृषि विवि के कुलपति डॉ. संजय पाटिल ने बताया कि शैक्षणिक क्वालिटी को बेहतर बनाए रखने के लिए स्टाफ की भूमिका अहम होती है। जिसके लिए शासन की तरफ से बेहतर प्रयास शुरू किया गया है। इसी संदर्भ में विवि के अंतर्गत रिक्त 100 पदों पर नई भर्ती के आदेश शासन से मिले है। जिसमें 50 पद शैक्षणिक बाकी अन्य स्टाफ के लिए है।
कृषि विवि सहित कृषि कॉलेजों में प्रोफेसर सहित अन्य स्ट्राफ का टोटा है। इस संबंध में नईदुनिया ने शासन को बताया है। वहीं ग्रेडिंग के दौरान नैक टीम ने भी विवि के कई कृषि कॉलेजों में निधारित सेटअप के आधार पर स्टाफ नहीं होने के लिए विवि को फटकार लगाया। विभागीय सूत्रों की माने तो आंचलिक जिलों में संचालित कृषि कॉलेजों में इंफ्रास्क्चर, प्रोफेसर आदि का अभाव रहने के कारण ही रैकिंग में शामिल नहीं हो पाया। जिससे यह कॉलेज आइसीएआर के फंड से वंचित रह गया। नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर विवि तैयारी में जुट गया है। सभी रिक्त पदों की स्थिति के आधार पर आवेदन मंगाने की प्रक्रिया शुुरू होगी। इसमें सबसे पहले नए कृषि कॉलेजों के लिए निर्धारित सेटअप पर भर्ती होगी। होगी। उन्होने बताया कि अटैचमेंट के भरोसे चल रहे कृषि विज्ञान केंद्र से विवि के कर्मचारियों की वापसी होगी। क्योकि वहां पर केंद्र का सेटअप है। इसी तरह से अन्य कई पोस्ट है, जिसपर भर्ती शुरू होगा।